मधुबनी। Madhubani के जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पर पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया है। सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पर कई आरोप लगाए है। सदस्यों का कहना है कि जिला परिषद अध्यक्ष बिंदु गुलाब यादव के क्रियाकलाप से सदस्यों का विश्वास खो चुकी है। जबकि, सदस्यों ने बड़े ही अरमान से विकास के मद्देनजर चुना था।
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सदस्यों ने कहा है कि केंद्र व राज्य सरकार से प्राप्त आवंटन एवं उसके खिलाफ क्षेत्रवार की जाने वाली विकासात्मक प्रस्ताव में आपके द्वारा पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाकर सरकार द्वारा प्रदत्त शक्ति का दुरुपयोग किया जा रहा है। आपके द्वारा योजनाओं के क्रियान्वयन के विरुद्ध भुगतान में पक्षपात किया जाता है और बार बार अनुरोध किये जाने के बावजूद महीनों तक भुगतान को रोक दिया जाता है।
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सरकारी नियम के खिलाफ समानुपातिक रूप से क्षेत्र के विकास के प्रति सजग न रहकर मात्र अपने क्षेत्र में अन्य क्षेत्रों से तीन गुना अधिक योजनाओं का क्रियान्वयन कराया जा रहा है। सदस्यों ने कहा है कि आप के द्वारा जिला परिषद की सामान्य बैठक ससमय नहीं बुलाई जाती है।
उधर, बीस सदस्यों ने जिला परिषद के उपाध्यक्ष संजय कुमार यादव पर भी अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। उपाध्यक्ष पर दिए गए आवेदन में कहा गया है कि जिप उपाध्यक्ष सदन का विश्वास खो चुके है। हमलोग बड़े ही आदर भाव से जिले के विकास के उद्देश्य से उपाध्यक्ष जैसे उच्च पद पर बैठाया था। किंतु उनके द्वारा जिले के विकास में अभिरुचि नहीं ली जा रही है। जिला परिषद उपाध्यक्ष का पद जिले के विकास कार्यो को सुचारू रूप से संचालित करने में सुझाव एवं सहयोग प्रदान करना है। ये अध्यक्ष के द्वारा क्षेत्रवार विकासात्मक कार्यो में किये जा रहे पक्षपातपूर्ण रवैये के प्रति उदासीन बने रहे। जिससे जिले के समानुपातिक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
उधर, मधुबनी के जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पर अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन दिए जाने के बाद जिले के राजनीतिक तापमान बढ़ने लगा है।
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