जयनगर(मधुबनी)। पांच सूत्री मांगों को लेकर भाकपा-माले ने सोमवार को जयनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक दिवसीय धरना दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भाकपा-माले प्रखंड सचिव भूषण सिंह ने कहा है की सरकार के द्वारा जनहित में स्वास्थ्य सुविधाएं आम जनता को मुहैया कराने के लिए लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं।
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माले सचिव ने कहा कि सूचना अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त जानकारी से पता चला कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरहीया और कमलाबाड़ी स्वास्थ्य उप केंद्र को छोड़ कर सभी उप स्वास्थ्य केंद्र बंद है। लेकिन कार्यरत कर्मियों से निजी स्वार्थ के कारण कागज पर ही चालू दिखा कर लाखों रुपये निकासी किया गया है। निजी क्लिनिक को संचालित कर रहे चिकित्सक के द्वारा 15 दिनों का तय सीमा निर्धारित कर 6 सौ रुपये मरीजों से लिए जाते हैं। इस की तीव्र निंदा करते हुए सरकारी एवं गैर सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार तथा व्यवस्थित करने हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जयनगर के समक्ष धरना के माध्यम से पांच सूत्री मांग पत्र सिविल सर्जन मधुबनी के नाम द्वारा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को समर्पित किया है।
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मांगों में पीएचसी व अनुमंडल अस्पताल में तीन वर्षो से जमे चिकित्सक व कर्मीयों का स्थानंतरण करने, निजी क्लिनिको को संचालित कर रहे चिकित्सकों का सेवा शुल्क 2 सौ रुपये एवं समय एक महिना के लिए
निर्धारत करने एवं अवैध स्वास्थ्य संस्थानों को बंद करने सहित एक्स रे, अल्ट्रासाउंड सहित अन्य जांच सरकार के नियमानुसार शुल्क निर्धारित करने कि मांग कि है ।
सभा को मो. मुस्तफा, मो. तस्लीम, महेश्वर पासवान, फूलो देवी, मो. रशीद अंसारी, मो. यूनुस, शिवो देवी, भाकपा के पूर्व अंचल मंत्री नरेश ठाकुर, शहर मंत्री श्रवण साह, मनोज सिंह, मो. हसनैन, रवि कामत, रघु राम, रामदेव राम, पहाड़ी सदाय, देबू पासवान, दुर्गा देवी, रानी देवी, दाना देवी, कांग्रेस के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष रामचंद्र साह, समाजसेवी मनीष झा, मुखिया प्रतिनिधि विरेन्द्र यादव, मनोज यादव समेत दर्जनों लोगों ने संबोधित किया।
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