बेनीपट्टी(मधुबनी)। जिले में ठंड का सितम चरम पर है। कनकनी बढ़ गई है। बढ़ी ठंड में कुहासा नीम पर चढ़ा करैला वाली कहावत को चरित्रार्थ कर रहा है। तापमान में आई गिरावट एवं कुहासे का असर फसलों पर देखने को मिल रहा है। सब्जी, सरसों आदि फसलों के लिए तो कुहासा कहर बनकर आया है।
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सब्जी की फसल, आलू, टमाटर, बैंगन आदि के पौधे कुहासे के कारण झुलसा रोग के शिकार हो रहे हैं। खासकर आलू के पौधे की पत्तियों के गलने की समस्याएं सामने आ रही है। सरसों के पौधे जिनमें फूल आ गया है। वे लाही रोग का शिकार हो रहे हैं। तापमान में आई गिरावट एवं कुहासा ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है।
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किसान सलाहकार बरुन चौधरी व विनय झा ने किसानों से फसलों को झुलसा रोग या लाही से बचाने के लिए दवा का छिड़काव करने की सलाह दी है। साथ ही खेत में नमी बनाए रखने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि तापमान में आई गिरावट एवं कुहासा के कारण फसलों को नुकसान पहुंचता है। मगर खेत में नमी बनाए रखकर एवं दवा का छिड़काव कर इससे बचाया जा सकता है।
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