बेनीपट्टी(मधुबनी)। सरकारी स्कूल का लगातार 12 साल तक एचएम रहने के बाद भी अपने परिवार केलिए मकान का निर्माण तक नहीं करा पाने वाले शिक्षक के असामयिक निधन के बाद शिक्षकों ने मदद के हाथ बढ़ाये है। मामला, बेनीपट्टी का है। जहां विगत 23 मई को समदा पूर्वी के उत्क्रमित मध्य विद्यालय के एचएम सूरत पासवान का निधन हो गया। वे बीमारी से ग्रसित थे। शिक्षक का परिवार आर्थिक रूप से काफी कमजोर है। जिसकी भनक साथी शिक्षकों को थी। जिसके बाद उच्चैठ संकुल स्तर पर शिक्षकों ने आगे बढ़कर मदद का हाथ बढ़ाया। उच्चैठ मध्य विद्यालय के शिक्षक कामोद मिश्रा ने इसकी अगुवाई करते हुए सभी शिक्षकों से सहयोग लेकर शुक्रवार की शाम शिक्षक के घर समदा पहुँच कर परिजन के हाथ में 32 हजार रुपये नकद सौंपे। रुपये देने के दौरान कामोद मिश्रा की आंख डबडबा गयी।
1
श्री मिश्रा बताते है कि सूरत पासवान ईमानदारी व लगन के साथ शैक्षणिक कार्य करते थे। वे 2004 में शिक्षक के पद पर आए हुए थे। तब से रोजाना स्कूल पहुँच कर स्कूल की सूरत के साथ बच्चों की भविष्य की चिंता की। उधर, शिक्षकों ने विभाग व सरकार से उक्त शिक्षक के परिजन को अनुकंपा पर बहाली की मांग की है।
2
Follow @BjBikash