पटना। बिहार के पश्चिमी चंपारण के बेतिया में निगरानी ने मंगलवार की सुबह-सुबह बड़ी कार्रवाई करते हुए अंचल अधिकारी श्याम कांत प्रसाद को रिश्वत के ढाई लाख रुपये के साथ गिरफ्तार कर लिया। सीओ के खिलाफ बेतिया के विनोद कुमार गुप्ता ने निगरानी में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद निगरानी ने अपने स्तर से जांच कराई। जहां शिकायत सत्य पाया गया। जिसके बाद निगरानी के डीएसपी अरुणोदय पांडेय ने जाल बिछाकर रिश्वतखोर सीओ को दबोच लिया। बताया जा रहा है कि निगरानी अलसुबह ही सीओ के सरकारी आवास के समीप पहुँच चुकी थी। जहां सीओ ने जैसे ही विनोद कुमार गुप्ता से पैसे लिए, निगरानी पहुँच गयी। मिली जानकारी के अनुसार विनोद कुमार गुप्ता ने 1987 में इस्मत अली से चार कट्ठा ढाई धुर जमीन खरीदी थी। जमीन के दाखिल खारिज के साथ ही जमीन भी विनोद के कब्जे में है। 06 अगस्त को इस्मत अली के भतीजे की विधवा पत्नी शकीला खातून ने उक्त जमीन का दाखिल खारिज के लिए सीओ को आवेदन दिया। जिसके बाद सीओ द्वारा विनोद कुमार गुप्ता को पैसे के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा। इसी बीच सीओ ने 22 अक्टूबर को जमीन की पैमाइश के लिए अमीन को भी भेज दिया।
इधर, 27 अक्टूबर को सीओ के इशारे पर पुलिस ने विनोद कुमार गुप्ता द्वारा जमीन पर कराये जा रहे निर्माण कार्य को भी रोक दिया। जिसके बाद पीड़ित सीधे सीओ के पास पहुँचा। जहां सीओ ने मामले को रफा दफा के लिए ढाई लाख रुपये मांग की। इसकी शिकायत पीड़ित ने 29 अक्टूबर को निगरानी में की। निगरानी की टीम उस समय भौचक्के रह गयी, जब उसने सीओ के आवास को खंगाला। निगरानी के जांच में सीओ के आवास से एक किलो सोना की बरामदगी हुई। जिसकी बाजार मूल्य करीब 50 लाख है। वही साढ़े दस लाख नकद के साथ साथ 13 अलग अलग जमीन से जुड़े कागजात भी निगरानी के हाथ लगे है।
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