बेनीपट्टी(मधुबनी)। प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश स्वास्थ्य उपकेंद्रों का हाल काफी खराब है। जिसके कारण लोगों को इलाज के लिए काफी दुरी तय करना पड़ रहा है। राज्य सरकार द्वारा पंचायतों में स्वास्थ्य उपकेंद्रों की स्थापना की गयी है। ताकि आमजनों को इलाज के लिए दुर दराज का चक्कर नही लगाना पड़े। मगर ऐसा हो नही रहा है। प्रखंड के अधिकांश स्वास्थ्य उपकेंद्रों में ताले झुलते नजर आते है। बेनीपट्टी के बनकट्टा पंचायत के दामोदरपुर गांव के स्वास्थ्य उपकेंद्र का हाल भी कुछ ऐसा ही है, जहां रोज मुख्य गेट पर ताला झुलता रहता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार दामोदरपुर के आमजनों के सुविधा के लिए वर्ष 2008 में स्वास्थ्य उपकेंद्र की स्थापना काली पूजा स्थल परिसर में तालाब किनारे की गई। ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य उपकेंद्र सिर्फ पोलियो और टीकाकरण अभियान के दौरान ही एक दो दिन खुलता है। उसके बाद से केंद्र पर ताला ही झूलता नजर आता है। उपकेंद्र पर तैनात कर्मी भी कभी दिखाई नही देते है। ग्रामीण जब आवश्यकता पड़ने पर उपकेंद्र पर पहुंचते है तो ताला झुलता रहता है और कोई मौजूद नही रहते। स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी और कर्मी भी इस केंद्र पर ध्यान नही देते। यहां के लोगों को उपकेंद्र रहते हुए भी बेनीपट्टी, मधुबनी, दरभंगा, पटना का चक्कर लगाना पड़ता है। वहीं इस संबंध में पूछे जाने पर पीएचसी प्रभारी डा. एस एन झा ने बताया कि जांचोपरांत आगे की कार्रवाई की जाएगी।