बेनीपट्टी(मधुबनी)। प्रखंड क्षेत्र के पश्चिमी इलाकों में बाढ़ के दौरान हुए क्षतिग्रस्त सड़कों की अब तक मरम्मत नहीं की गई है। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वर्ष 2017, 2019 और 2020 में बेनीपट्टी प्रखंड के पश्चिमी इलाके कई गांवो में बाढ़ ने तबाही मचा दिया था। बाढ़ का पानी सड़कों पर चढ़ जाने के कारण कई सड़क क्षतिग्रस्त हो गया था। बाढ़ की पानी के तीव्रता के कारण कई सड़कों की अस्थिपंजर निकल गई थी। कई स्थान पर सड़क टूट जाने और क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण परिचालन पूर्णता ठप हो गया था। बेनीपट्टी के बर्री, रजिया, धनुषि, रजघटा, फुलवरिया, नवगाछी, माधोपुर गांव की सड़कों की स्थिति बद से बदतर हो गयी थी, जिसके कारण बाढ़ के दौरान इन गांवो के लोगों को गांव में सिमट कर रहना पड़ा था। वहीं शिवनगर और माधोपुर के बीच पुल निर्माण पूर्ण नहीं होने के कारण इस मार्ग से भी परिचालन बंद हो गया था। इन सभी गांवो से बाढ़ का पानी निकल जाने के महीनों बाद भी क्षतिग्रस्त हुए सड़कों की मरम्मती अब तक नहीं की गई है। जिसके कारण ग्रामीणों और राहगीरों को परिचालन के दौरान भारी फजीहत का सामना करना पड़ता है। क्षतिग्रस्त सड़कों में बने गड्ढे और निकले हुए बड़े-बड़े ईट के टुकड़े के कारण कभी भी दुर्घटना की आशंका बनी रहती बता दें कि बेनीपट्टी प्रखंड के शिवनगर चौक से माधोपुर और बर्री जाने वाली मार्ग में बाढ़ के दौरान कई जगहों पर सड़क क्षतिग्रस्त हो चुकी है। जिसका अभी तक मरम्मती नही कराया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क क्षतिग्रस्त रहने के कारण आवागमन करने में काफी कठिनाई झेलनी पड़ती है। पदाधिकारियों को इस संबंध में अवगत कराया गया लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। अगर जल्द हम लोगों की समस्या के निदान की दिशा में कोई पहल नहीं किया गया तो आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।