बेनीपट्टी(मधुबनी)। प्रखंड के बाल विकास परियोजना कार्यालय परिसर में बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन (एटक) के बैनर तले प्रखंड अध्यक्ष सह जिला महासचिव शबनम झा की अध्यक्षता में सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने सहित अपनी 17 सूत्री मांगों के समर्थन में सेविका व सहायिकाओं ने धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान सैंकड़ों की संख्या में मौजूद सेविका सहायिकाओं ने सामाजिक दूरी का पालन करते हुए राज्य राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। जिला महासचिव शबनम झा ने कहा कि डीबीटी के माध्यम से वास्तविक लाभार्थियों को उचित पोषण प्राप्त नही हो सकेगा। डीबीटी लागू करने से डब्लूएचओ की गुणवत्तापूर्ण पोषण संबंधित निर्देशों व मानकों का उलंघन होगा। इसलिये सरकार केंद्र संचालन कराने के साथ डीबीटी की व्यवस्था को विधिवत समाप्त करे। उन्होंने कहा कि सरकार सेविका और सहायिका को सरकारी कर्मी का दर्ज दें। लंबे दिनों से कार्यरत सेविकाओं को पर्यवेक्षिका और सहायिकाओं को सेविका के पद पर शत प्रतिशत पदोन्नति करने का काम करें। वहीं उन्होंने आइसीडीएस के छह कार्यो को छोड़कर सेविकाओं से जबरन अन्य कार्य कराने की संस्कृति को बंद कराने की जरुरत जतायी। संरक्षक लोकनाथ झा सहित अन्य वक्ताओं ने कहा कि अपनी मांगों की पूर्ति को लेकर सभी सेविका सहायिका अब आर पार की मूड में आ चुकी है। जब तक हमारी मांगे नही मान ली जाती है तब तक चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा। वक्ताओं ने 16 जुलाई को जिला मुख्यालय में प्रस्तावित एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में सभी सेविका और सहायिकाओं से एकजुटता का परिचय देते हुए आंदोलन को सफल बनाने की अपील की। कार्यक्रम के अंत में धरनार्थियों का एक शिष्टमंडल अपनी मांगों का ज्ञापन संबंधित अधिकारी को सौपा।