बेनीपट्टी(मधुबनी)। नेपाल के तराई इलाकों में हुई भारी बारिश के कारण अधवारा समूह के सभी सहायक नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। नेपाल से निकलने वाली धौंस नदी, बछराजा नदी, थुम्हानी नदी, खिरोई नदी, रातो नदी समेत अन्य नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। जिससे बाढ़ की पूर्ण संभावना बन गई है। उधर, बाढ़ से बेखबर बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल की नींद भी अब बाढ़ के प्रबल संभावना पर खुल गई है। विभाग के जेई सुधीर कुमार लगातार मजदूरों के साथ बांध के संवेदनशील जगहों पर मिट्टीयुक्त बोरा व बांस पाईलिंग कराने में जुट गए है। बांध की स्थिति को देख विभाग का वर्तमान कार्य उंट के मूंह में जीरा साबित होगी। क्योंकि, सभी नदियों का जलस्तर उफान पर पहुंच चुका है। बांध के मजबूती के लिए न तो मिट्टी मिल रही है, न ही मजदूर। स्थानीय लोग अपने स्तर से विभाग को मजदूर व्यवस्था कर दे रहे है। उधर, संभावित बाढ़ को देखते हुए राहत कार्य व सही जानकारी देने के लिए मैरिन चीफ इंजीनियर सह जेडीयू नेता विनोद शंकर झा उर्फ लड्डू ने एक व्हाट्सएप गु्रप बना दिया है। जिसमें स्थानीय अधिकारी के साथ बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अधिकारी भी शामिल है। गु्रप पर स्थानीय लोगों के द्वारा बांध के ध्वस्त भाग को फोटो लेकर पोस्ट कर विभाग को आगाह किया जा रहा है। गौरतलब है कि शिवनगर से माधोपुर जाने वाली सड़क के मध्य निर्माणाधीन पूल के समीप बनाये गए डायबर्सन पर बाढ़ का पानी चढ़ने वाली है। जिससे उक्त गांव के समेत कई गांव का मुख्य सड़क से संपर्क भंग हो जाएगा। बाढ़ का पानी बघार में बहुत तेजी से फैल रहा है। जिससे पश्चिमी भूभाग के दर्जनों गांव के लोग सहमे हुए है।