बेनीपट्टी(मधुबनी)। वैश्विक महामारी कोरोना का प्रभाव कृषि कार्यो पर भी हो रहा है। लॉकडाउन के कारण गेंहू की कटनी के लिए मजदूरों की किल्लत के कारण समय पर गेंहू की कटनी संभव नहीं दिख रहा है। कटनी समय पर नहीं होने से आगामी फसल पर असर पर सकता है। जिस कारण किसानों में मायूसी व्याप्त होने लगा है। बता दें कि एक एक रुपया जुटाकर किसान अपने अपने खेतों में गेहूं सहित अन्य फसलें लगायें थे। अब वह फसल कटनी के कगार पर पहुंच चूका है। इधर कोरोना वायरस को फैलने से रोकने को लेकर केंद्र और राज्य की सरकार द्वारा सभी जिलों, अनुमंडल, प्रखंड, पंचायत, ग्राम, मोहल्ला और टोला में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। साथ ही अनावश्यक रूप से घर से बाहर नही निकलने और सोशल डिस्टेंस आदि आदेशों का पालन करने का निर्देश दिया गया है। उधर खेतों में लगें किसानों की लहलहाते हुए फसलें कटनी के लिये तैयार है। लेकिन लॉकडाउन को लेकर न ही मजबूर किसान घर से बाहर निकल पा रहें हैं और न ही फसल काटने के लिये मजदूर तैयार हो रहें हैं। इस वजह से लहलहाते हुए फसलों के कटनी पर ग्रहण सा लग गया है। किसानों ने बताया कि पहले तो रोपनी और रोपनी के बाद मौसम बार बार परेशान कर रहा था। अब फसल को काटने का समय आ गया तो लॉकडाउन ग्रहण लगा दिया। अगर समय से फसल की कटनी नही हो पायी तो गेहूं आदि फसलें बर्बाद हो जायेगी। इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि कृषि कार्यों में सोशल डिस्टेंस का ख्याल कर कार्य किया जा रहा है। किसान अपना फसल काट सकते है। लेकिन, सभी के नियम है।


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