बेनीपट्टी(मधुबनी)। शाहपुर के सर्वोदय उच्च सह प्लस टू विद्यालय शिक्षा विभाग के दोरंगी नीतियों का शिकार हो रही है। शिक्षकों के किल्लत के कारण स्कूल में शिक्षा व्यवस्था पूर्णरूपेण चैपट हो चुकी है। स्कूली छात्र सिर्फ फार्म भरने व जांच परीक्षा देने ही स्कूल में नजर आते है। स्कूल में छात्रों की नगण्य स्थिति का फायदा स्कूल में कार्यरत शिक्षकों व कर्मियों को खुब भाता है। स्कूल के शिक्षक के लिए न कोई समय का पाबंद है न ही छात्रों को शिक्षा देने की रस्साकसी। सूत्रों के अनुसार स्कूल के शिक्षक विभाग के समय के अनुसार नहीं, अपने मन मुताबिक ही स्कूल में उपस्थित होते है। शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज कराते ही स्कूल के सभी कर्मी गायब हो जाते है। गौरतलब है कि वर्ष-2013 में बिहार सरकार ने उक्त स्कूल को प्लस टू का दर्जा देकर संसाधन व भवन निर्माण हेतु राशि दी थी। उपरोक्त राशि से दो मंजिला स्कूल भवन के साथ जिम के तमाम साधन उपलब्ध कराए गए। परंतु, विभाग के द्वारा प्लस-टू के शिक्षा में भी दोरंगी नीति की गयी। प्लस टू के पढ़ाई के लिए एक भी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति नहीं की गयी। जिसके कारण आज भी प्लस टू के छात्र यत्र-कुत्र भटक रहे है। लाखों की राशि से खरीद की गयी तमाम जिम के उपकरण जंग के भेंट चढ़ रहा है तो करीब एक दर्जन कम्प्यूटर धूल फांक रहा है। स्कूल का एक अन्य शिक्षक रियाज अहमद दूसरे स्कूल में प्रतिनियोजन पर होने की जानकारी प्रभारी एचएम के द्वारा दी गयी। वहीं दो परिचारी के होने व मात्र तीन शिक्षक के होने की जानकारी दी गयी। आरटीआई कार्यकर्ता सह सामाजिक कार्यकर्ता प्रभात सिंह बताते है कि स्कूल की स्थिति बिलकुल विपरीत है। स्कूल को सुचारू रूप से संचालन के प्रति विभाग के साथ कार्यरत शिक्षक भी उदासीन है। बता दे कि सर्वोदय उच्च विद्यालय कभी प्रखंड के पश्चिमी क्षेत्र का शान हुआ करता था। इस विद्यालय से कई ऐसे छात्र हुए, जो आज देश ही नहीं, विदेशों में भी अपने स्कूल का नाम ऊंचा कर रहा है, परंतु आज स्थिति इस कदर खराब है कि कोई भी छात्र इस स्कूल की ओर रुख नही करना चाह रहा है। प्रभारी एचएम ने बताया कि स्कूल में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। हर समस्याओं के संबंध में विभागीय अधिकारी को पूरी जानकारी दी जा चुकी है।