बेनीपट्टी(मधुबनी) : मधवापुर के फर्जी शिक्षक मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। नगर थाना पुलिस ने एएसपी कामिनी बाला के निर्देश पर रात करीब साढ़े नौ बजे मधुबनी समाहरणालय के समीप डीपीओ(स्थापना) राजेश कुमार सिन्हा को गिरफ्तार कर लिया है। डीपीओ के गिरफ्तारी होते ही शिक्षा विभाग में हलचल मच गई। पुलिस डीपीओ से नगर थाना में प्रारंभिक पूछताछ कर रही है।
गौरतलब है कि शिक्षा विभाग के मिलीभगत से मधवापुर बीइओ उमेश बैठा व वेतन विपत्र कर्मी अनिल लाल कर्ण मधवापुर में विशेष लाभ के लिए भारी पैमाने पर फर्जी शिक्षकों की बहाली कर रसूखदार शिक्षकों को कई महीनों का वेतन भी भुगतान करा दिया। इस मामले का खुलासा दैनिक समाचार पत्र ने प्रमुखता के साथ की। जिसके बाद विभाग में हलचल मच गई। खबर प्रकाशित होने के बाद डीपीओ (स्थापना) ने अपने गिरेबान को बचाने के लिए मधवापुर बीइओ को लगातार पत्राचार कर सरकारी राशि का गबन का आरोप लगाता रहा। इधर खिरहर के रवि झा के परिवाद पर डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने तीन सदस्यीय टीम गठन कर रिपोर्ट मांगी।
रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद 26 मार्च को पूर्व डीईओ श्रीराम कुमार ने बीइओ उमेश बैठा, अनिल लाल कर्ण समेत अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया। उधर जांच के क्रम में डीपीओ(स्थापना), कार्यालय कर्मी सहित छह लोगों को गिरफ्तार करने का आदेश एएसपी ने दिया। उधर, पूरे घटना के सूत्रधार मधवापुर बीइओ व वेतन विपत्र कर्मी की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि बीइओ 30 जुलाई को सेवानिवृत होने वाला है। गिरफ्तारी के भय से फरार चल रहा है।