बेनीपट्टी(मधुबनी)। सदियों से शिक्षक को भगवान का दर्जा प्राप्त है। अभिभावक अपने अबोध बच्चों को शिक्षा के लिए शिक्षकों के पास छोड़ देते है। अबोध बच्चें को शिक्षक ही दुनियां के तमाम जानकारी से परिपूर्ण कर बेहतर इंसान बनाते है। इसलिए, शिक्षक को मनुष्य निर्माता भी कहा गया है। ये बातें अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पुष्कर कुमार ने कटैया रोड संचालित स्टार क्लासेज की और से आयोजित शिक्षक दिवस के मौके पर छात्रों को संबोधित करते हुए कहा। श्री कुमार ने कहा कि हमारे यहां शिक्षा ग्रहण करने के लिए सदियों पूर्व गुरुकुल हुआ करती थी। जहां सामान्य से लेकर खास बच्चें भी गुरु से एक सामान शिक्षा प्राप्त करते थे। वहीं एसडीपीओ ने कहा कि अब शिक्षा आसान नहीं हो गयी है। कई तरह के सिलेबस आ चुके है। जिसके लिए काफी तैयारी करनी पड़ती है। जिसमें शिक्षकों की भूमिका पहले से अधिक अहम् हो गयी है। एसडीपीओ ने सभी छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी देश के भविष्य है। शिक्षक की और से दिए गए टिप्स को लेकर तैयारी करें, सफलता अवश्य मिलेगी। वहीं दूसरी और विद्यापति चौक पर संचालित आईड्ल इंस्ट्यिट ऑफ मैथमैटिक्स के परिसर में शिक्षक दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन कर एक और जहां निदेशक मिथिलेश मिश्रा को छात्र व छात्राओं ने देवस्वरुप शिक्षक का संज्ञा देकर उनके बताए गए रास्तों पर चलने की बात कही। वहीं शिक्षक श्री मिश्रा ने बीएससी के पार्ट-02 में सफल मनीष कुमार झा, मोनी कुमारी, ज्योति कुमारी, नेहा कुमारी व रुबी कुमारी को सम्मानित कर उसके बेहतर भविष्य की कामना की। निदेशक श्री मिश्रा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हर शिक्षक अपने छात्र के बेहतर के लिए मेहनत करता है। लेकिन, इस सबसे अधिक छात्रों की लगन होना आवश्यक है। शिक्षक सिर्फ रास्ता दिखाने के लिए होता है, लेकिन पथिक तो छात्र ही है। जिसे हर मुश्किल रास्तों से गुजरना है।