बेनीपट्टी(मधुबनी)। प्रशासन के निष्क्रियता के कारण बेनीपट्टी मुख्यालय का बाजार पुनः अतिक्रमण के चपेट में जा चुका है। करीब तीन किलोमीटर में फैला बेनीपट्टी बाजार का मुख्य पथ पूर्णरुप से अतिक्रमण की भेंट चढ़ चुका है। ऐसे में बाजार में वाहनों के कारण आयें दिन जाम की समस्या से लोगां को जुझना पड़ रहा है। बेनीपट्टी-सीतामढ़ी एसएच-52 पथ के दोनों भागों में दुकानदारों ने अवैध कब्जा कर उक्त स्थल पर विभिन्न प्रकार के दुकान लगा दिया है। जिसके कारण जाम की समस्या ओर अधिक भयावह हो जाती है। जबकि अनुमंडल मुख्यालय के सभी पदाधिकारी उक्त पथ से रोजाना आवाजाही करते रहे है। ऐसे में प्रशासनिक कार्रवाई नहीं होने से अतिक्रमणकारियों के मनोबल लगातार बढ़ता ही जा रहा है। करीब चार वर्ष पूर्व बेनीपट्टी के तत्कालीन एसडीएम राजेश मीणा के प्रयास के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग के कारण पुरे बेनीपट्टी बाजार को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया था। स्थानीय लोगों ने बताया कि पूर्व एसडीएम के तबादले के साथ ही अतिक्रमण का खेल पुनः शुरु हो गया। हैरत है कि उक्त अतिक्रमणमुक्त ऑपरेशन में खाली कराये गये शहीद भवन, उपडाकघर, पुलिस निरीक्षक कार्यालय, बाजार के सभी यात्री शेड सहित अन्य स्थलों के मुहाने को पुनः अतिक्रमणकारियों ने कब्जा कर अस्थाई तौर पर दुकान लगा लिया है। दुकान का सामान मुख्य पथ के किनारे रखने से छोटी-छोटी वाहनों के आवाजाही लगभग थम सी जाती है। जिससे कुछ ही समय के बाद उक्त स्थल जाम की समस्या से जुझने लगती है। जानकारी दें कि बेनीपट्टी के सरकारी कार्यालय सहित थाना चौक, लोहिया चौक, इंदिरा चौक सहित कई अन्य चौक-चौराहों पर अतिक्रमणकारियों का बोलबाला है। वाहन चालकों के द्वारा इन अतिक्रमणकारियों को कुछ भी कहने पर उक्त दुकानदार ऐसे में वाहन चालक से ही उलझ जाते है। जिसके कारण आम आदमी अतिक्रमणकारियों को सीधे तौर पर कुछ भी कहने से गुरेज करते दिख रहे है। खासकर बेनीपट्टी मुख्यालय के बेहटा हाट के समीप सड़क के किनारे फल की दुकान लगाने वालें लोग तो हद ही करते दिख जाते है। सड़कों पर फल टांगकर बेचते है। वहीं बेहटा में प्रसिद्ध हाट होने के कारण सप्ताह के दो दिन तो जाम की समस्या सबसे खराब स्थिति में होती है। बुद्धवार एवं शनिवार को लगने वालें हाट के कारण उक्त एसएच-52 पथ दिन भर जाम से फंसा रहता है। वहीं उक्त स्थल पर ही अघोषित ऑटो स्टैंड बना लेने के कारण तो स्थिति इतनी बद्तर होती है कि वाहन घंटो तक मुख्य सड़कों पर रेंगती रहती है। इस संबंध में अंचलाधिकारी पुरेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि जल्द ही अतिक्रमण की समस्या पर कार्रवाई शुरु की जाएगी। वहीं सीओ ने बताया कि उनके स्तर से अन्य दिनों में भी अतिक्रमण पर कार्रवाई की जाती है।