बेनीपट्टी(मधुबनी)। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने अधिवक्ता सुधीर झा के माध्यम से एमएसयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बिदेश्वर नाथ झा उर्फ बीजे विकास को नोटिस भेज कर पंद्रह दिनों के अंदर जवाब देने को कहा है। बीईओ ने नोटिस के माध्यम से कहा है कि सोशल साईट फेसबुक पर उनके द्वारा किए गए पोस्ट से उनकी भावना आहत हुई है। जिसमें उन पर प्रत्येक स्कूल से दस हजार रुपये वसूली किए जाने का जिक्र किया गया है। बीईओ ने इस प्रकरण को मानसिक व सामाजिक आघात पहुंचाने वाला बताते हुए 15 दिनों के भीतर अपना पक्ष रखने के लिए कहा है। वहीं पोस्ट में संकलित तथ्यों के आलोक में आरटीआई एक्टिविस्ट विश्वनाथ सहनी द्वारा अत्यंत ही अपमानजनक भाषा का प्रयोग करते हुए टिप्पणी कर महिला पदाधिकारी को मानसिक रूप से प्रताड़ित एवं सामाजिक रूप से अपमानित किया गया है। नोटिस में उपरोक्त बातों को आधार बनाते हुए बिदेश्वर नाथ झा बिकास से 15 दिनों के अंदर प्रमाण के साथ जवाब देने के लिए कहा गया है। साथ ही नोटिस में यह जवाब मांगा गया है कि इस प्रकरण से प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मीना कुमारी को आघात पंहुचा है, आप पर अपमानजनक व भ्रामक पोस्ट के विरुद्ध कार्रवाई क्यों नहीं की जाय इसका जवाब मांगा गया है। इस बाबत जब बिदेश्वर नाथ झा बिकास से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि फेसबुक हरेक आम नागरिक को अपनी अभिव्यक्ति को व्यक्त करने का अधिकार देता है। ऐसे में हमनें भी इस अधिकार का उपयोग कर सरकारी स्कूलों से वसूली किये जाने की बातों को लेकर फेसबुक पर पोस्ट किया था। पोस्ट का मूल उद्देश्य प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मीना कुमारी के मान-सम्मान को ठेस पंहुचाना नहीं था। बल्कि सरेआम वसूली होने की चर्चा थी जिसकी अपुष्ट जानकारी चौक-चौराहों पर बैठने के दौरान मुझे भी मिली थी। हालांकि प्रथम दृष्टया इस तरह के मामले बिना जांच या सबुत के अफवाह के रूप में ही जाने जाते हैं। जिसके कारण मैंने पदाधिकारी के खिलाफ चल रहे अफवाह के प्रति जनता को सचेष्ट व पदाधिकारी को आगाह करने के लिए पोस्ट किया था। विकास ने बताया कि वे समय पर नोटिस का जवाब देंगे।