बेनीपट्टी(मधुबनी)। बेनीपट्टी ग्रामीण कार्य प्रमंडल के तहत निर्माण होने वाली कई सड़क आज भी विभागीय पेंच के कारण निर्माण होने से वंचित है। जबकि कई सड़कों का शिलान्यास जनप्रतिनिधियों के द्वारा वर्षों पूर्व कराए जा चुके है। ऐसा ही मधवापुर प्रखंड के एनएच 104 बासुकी से मोसिढा भाया हनुमाननगर पीएम सड़क नहीं बन सकी। सड़क का शिलान्यास सांसद के द्वारा गत छह वर्ष पूर्व किया जा चुका है। शिलान्याय के उपरांत बड़े ही ताम-झाम से निर्माण कार्य शुरु करने के मकसद से संबेदक ने पूर्व के सड़क को जमींदोज कर दिया। आज स्थिति ये है कि निर्माण के लिए जब से संवेदक द्वारा खरंजा को उखाड़ कर इस पर गिट्टी डाल दिया गया है। तबसे यह पथ राहगीरों के लिए जानलेवा बन चुका है। खतरा से बचने के लिए अधिकांश लोग करीब तीन किमी की दूरी तय करने से परहेज करते हुए दस से बारह किमी की लंबी दूरी तय कर बलवा अथवा सीतामढ़ी जिले के चोरौत होते हुए आना जाना मुनासिब समझते हैं। गौरतलब है कि एक करोड़, 84 लाख, 64 हजार से 2.963 किमी दूरी में बनने वाली इस पीएम सड़क का शिलान्यास सांसद हुक्मदेव नारायण यादव के द्वारा पिछले कार्यकाल में वर्ष 2011 में किया गया था। जानकारी के मुताबिक सड़क का निर्माण कार्य एक वर्ष में संबेदक को पूर्ण कर देना था। वहीं अगले पांच वर्षों तक सड़क का अनुरक्षण किया जाना था, लेकिन पांच वर्ष के अनुरक्षण की बात तो दूर ,छह वर्ष बाद भी संवेदक द्वारा निर्माण कार्य पूरी नहीं किया गया है। जबकि, खरंजायुक्त इस पथ में 11 सौ एम में कालीकरण एवं गांव में आबादी के बीच 863 एम पीसीसी ढलाई करना था। ग्रामीणों ने बताया कि शिलान्यास के पूर्व खरंजायुक्त सड़क थी। जिस पर आसानी से आवाजाही कर ली जाती थी। लेकिन संबेदक के द्वारा उखाड़ देने के कारण अब स्थिति पूरी तरह विपरित हो चुकी है। बताया जा रहा है कि खरंजा उखाड़ लेने के बाद गांव में आपातकालिन स्थिति आने पर सड़क की आवश्यकता अधिक होती है। सड़क की स्थिति इस कदर खराब है कि कोई भी वाहन रात्रि में गांव में प्रवेश करना नहीं चाहता है। वहीं इस सड़क पर आए दिन कोई न कोई दुर्घटना का शिकार अवश्य रुप से होता है। ग्रामीणों ने बताया कि इस सड़क का निर्माण जल्द नहीं हुआ तो आन्दोलन किया जाएगा।