बेनीपट्टी(मधुबनी)। स्वच्छता अभियान को धरातल पर उतारने की मुहिम शुरु होने के बाद भी अभियान पूर्णरुप से सफल नहीं हो रहा है। एक ओर जहां प्रशासन लोगों को शौचालय के उपयोग व निर्माण के लिए जागरुक करने का कार्य कर रही है। वहीं दूसरी ओर प्रखंड के कई विद्यालयों में उपयोग योग्य शौचालय नहीं है। जिसके कारण छात्र व छात्राओं को खुले में शौच करने की मजबूरी है। बेनीपट्टी के महमदपुर पंचायत के देवपुरा भगवती स्थान परिसर में संचालित उत्क्रमित मध्य विद्यालय का आलम भी कुछ ऐसा ही है। जहां सैकड़ों छात्र व छात्राओं के अध्यनरत होने के बाद भी एक भी शौचालय उपयोग योग्य नहीं है। जबकि वर्षो पूर्व तीन अलग-अलग शौचालय का निर्माण कराया गया था। निर्माण में भारी अनियमितता किए जाने के कारण एक भी शौचालय की स्थिति आज बेहतर नहीं है। गौरतलब है कि देवपुरा के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में फिलवक्त करीब ढ़ाई सौ छात्र व छात्राएं अध्यनरत है।
जिन्हें शिक्षा प्रदान किए जाने को लेकर करीब आठ शिक्षक है। वहीं शैक्षणिक योग्य कमरों का घोर अभाव देखा जा रहा है। स्कूल में शैक्षणिक योग्य मात्र चार कमरा है। स्कूल की चहारदिवारी वर्षो से अपूर्ण की स्थिति में पड़ा हुआ है। जिसे अब तक पूर्ण नहीं कराया जा सका है। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षकों के कारण स्कूल में शैक्षणिक माहौल कायम नहीं हो रहा है। उधर छात्रों ने बताया कि शुक्रवार को स्कूल में स्कूल में अंडा का वितरण नहीं किया जाता है। जानकारी दें कि शनिवार को स्कूल के भ्रमण के दौरान दो शिक्षक जहां विभागीय कार्य में मशगूल दिखाई दिए। वहीं एक शिक्षक अवकाश में थे। अन्य शिक्षक अपने कमरों में वर्ग संचालन कर रहे थे। स्कूल के एचएम सत्येन्द्र कुमार ने बताया कि देव स्थल होने के कारण एमडीएम के बाद अंडा का वितरण नहीं किया जाता है। वहीं एचएम ने बताया कि चहारदिवारी के लिए विभाग को पत्राचार किया जा चुका है।