बेनीपट्टी (मधुबनी)। पतौना ओपीध्यक्ष हनुमान चौधरी के खिलाफ बजराहा गांव के गोविन्द झा ने कोर्ट नालिसी दर्ज कराई है। पीड़ित ने अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के कोर्ट में नालिसी दर्ज कराई है। पीड़ित ने बताया कि पतौना ओपीध्यक्ष हनुमान चौधरी 10 फरवरी के करीब डेढ़ बजे रात्रि में पुलिस बल के साथ उनके घर को चारों ओर से घेर , जैसे वे कोई अपराधी हो। फिर घर के दरबाजे पर जोर से पीटने लगा। हल्ला-गुल्ला होने पर नींद खुली तो सामने आए, जिसके बाद पतौना ओपीध्यक्ष ने पचास हजार रुपये की मांग की। पैसा देने से इंकार करने पर मारपीट किया गया। कॉलर पकड़कर गंदी-गंदी गालियां देते हुए साथियों से गिरफ्तार करने को कहा। पीड़ित ने बताया कि पुलिस से मारपीट करने का कारण पूछा गया तो हनुमान चौधरी ने गाली देते हुए कहा कि पूरा घर बर्बाद कर देंगे। पीड़ित ने बताया कि ओपी के पुलिस महिला पुलिस के सहयोग के बिना ही घर में घुसकर सभी सदस्यों के घर का दरबाजा पीटकर मारपीट करने लगा। इस दौरान पुलिस मना करने पर एनकांउटर कर देने की बात कही। पीडित ने बताया कि काफी हो-हल्ला होने के बाद अन्य लोगों के द्वारा पुलिस के इस कृत्य का विरोध करने पर पुलिस पूरी रात थाना हाजत में बंद रखा। इस दौरान पुलिस ने बद से बद्तर व्यवहार किया। अगले दिन गांव के गणमान्य लोग थाना पर पहुंचे तो पीड़ित को छुड़ाकर लाए। इस दौरान पुलिस ने बताया कि बेनीपट्टी अपर मुख्य न्यायकि दंडाधिकारी के न्यायालय से गवाही का वारंट निर्गत है। जिस पर पीड़ित ने वारंट दिलाने की बात कही तो पुलिस ने गाली देते हुए कहा कि कानून पढ़ता है। उधर पीड़ित ने न्यायालय से न्याय की गुहार लगाई है। इस संबंध में पूछे जाने पर पतौना ओपीध्यक्ष हनुमान चौधरी ने बताया कि गोविन्द झा के खिलाफ एनबीडब्लू वारंट था। जब वे लोग उनके घर गए तो वे घर पर नहीं थे। घर के सदस्यों को वारंट की जानकारी देकर वापस लौट आए, उन्होंनें कुछ भी गलत नहीं किया है।