बेनीपट्टी(मधुबनी)। बेनीपट्टी के अब तक सबसे अधिक चर्चित फर्जी निकासी के मामले में प्राथमिकी के करीब पंद्रह दिनों के बाद भी पुलिस एक भी नामजद को गिरफ्तार नहीं कर पायी है। खास तौर पर कांड का मास्टरमाईंड रामबाबू यादव पर अभी तक पुलिस का शिकंजा नहीं पड़ने से स्थानीय लोगों में कांड की जांच को लेकर पशोपेश की स्थिति बन रही है। वहीं अन्य आरोपी भी पुलिस के गिरफ्त से बाहर है। जबकि मामला काफी संगीन है। उधर पुलिस प्राथमिकी दर्ज होते ही आरोपितों के गिरफ्तारी की बात कह रही थी। उधर प्राथमिकी दर्ज होने से पूर्व जहां पंचायत सचिव शिवनारायण यादव बेनीपट्टी में ही थे, वहीं प्राथमिकी दर्ज होते ही पंचायत सचिव मौका को देख बेनीपट्टी से नदारत हो गया। जिसके कारण पुलिस अब तक पंचायत सचिव से भी प्रारंभिक पूछताछ नहीं कर पायी है। जबकि सूत्रों की माने तो पूरा मामला पंचायत सचिव, मुखिया व रामबाबू के इर्द-गिर्द ही नजर आ रही है। उधर सूत्रों की बातों पर भरोसा करें तो उक्त सात निश्चय योजना की राशि में से अधिकांश राशि को व्यवसाय में लगा दिया है। हालांकि पुलिस इस बात की बिना पुष्टि किए, उक्त योजना की राशि किस मद में खर्च हुई है, उसका श्रोत खंगालने में जुटी हुई है। संभावना है कि उक्त राशि के खर्च का श्रोत जुटाने के बाद पुलिस संभवतः कार्रवाई तेज करेगी। वहीं दूसरी ओर योजना के चेक पर हस्ताक्षर का रहस्य अभी भी बरकरार है। जानकारी दें कि मामले का खुलासा स्वयं पंचायत सचिव ने कर उक्त चेक पर हुए हस्ताक्षर से इंकार किया था। पंचायत सचिव के इंकार के बाद मुखिया ने भी चेक पर हुए हस्ताक्षर से किनारे कर हस्ताक्षर को फर्जी बता दिया। अब सवाल अभी भी निरुत्तर बना हुआ है कि चेक पर हुए हस्ताक्षर आखिर किसकी करामात है। गौरतलब है कि बेनीपट्टी पंचायत के वार्ड के विकास के लिए सात निश्चय योजना की राशि में कथित फर्जीवाड़ा कर 79 लाख रुपये की निकासी कर ली गयी है। उक्त राशि को अग्रोपट्टी के रामबाबू यादव ने अपने खाता पर ट्रांसफर एवं करीब पांच लाख की राशि निकासी की है। मामले की जानकारी होने पर जिलाधिकारी के निर्देश पर पंचायत सचिव, मुखिया विमल देवी , मुखिया पति गनौर सदाय, रामबाबू यादव एवं बैंक कर्मी पर प्राथमिकी दर्ज कराई गयी। इस संबंध में पूछे जाने पर एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया कि प्राथमिकी के नामजद आरोपियों के गिरफ्तारी के निर्देश जारी कर दिए गये है। वहीं पूरे मामले की जांच हर एंगल से पुलिस कर रही है।