बेनीपट्टी(मधुबनी)। कार्तिक मास के द्वितीया को मनाये जाने वाला भगवान चित्रगुप्त की पूजा कायस्थ समाज के लोगों ने बड़े ही श्रद्धापूर्वक मनाया।शनिवार को बेनीपट्टी के महेश भवन में बड़े ही धूमधाम से भगवान चित्रगुप्त की पूजा की गयी। चित्रगुप्त पूजा के संबंध में किवदंती है कि भगवान चित्रगुप्त ब्रह्म की उत्पति है।माना जाता है कि ब्रह्मंड का सारा लेखा-जोखा का कार्य ब्रह्म ने यमराज को दिया था।मृत्यु लोक का कार्य देखने में व्यस्त यमराज इस कार्य को करने में असक्षम होने लगे।जिस पर यमराज ने ब्रह्म को सारी जानकारी दी।जब ब्रह्म ने भगवान चित्रगुप्त की उत्पति कर ब्रह्मंड का सारा लेखा-जोखा करने का कार्य भगवान चित्रगुप्त को दी।पौराणिक कथाओं के अनुसार ब्रह्म ने देवताओं के यज्ञ के अवसर पर चित्रगुप्त को वरदान दिया था कि जो व्यक्ति कार्तिक शुक्ल द्वितीया को चित्रगुप्त एवं कलम दवात की पूजा करेगा, वो वैकुण्ड धाम की प्राप्ती करेगा।तब से कलम व दवात की पूजा की शुरुआत हो गयी।महेश भवन पर भगवान चित्रगुप्त की पूजा को शांतिपूर्वक संपन्न कराने में राजकुमार वर्मा, गणेश कुमार वर्मा, शंकर वर्मा, राकेश रंजन, चेतन आनंद, संदीप वर्मा, मयंक शंकर, आनन्द शंकर, सतीश वर्मा, प्रकाश वर्मा, प्रदीप वर्मा, कन्हैया वर्मा, सुमन वर्मा, अमन वर्मा, सौरभ वर्मा, राहुल वर्मा, सुर्यकिशोर लाल दास, सुशील कुमार वर्मा सहित कायस्थ समाज के कई प्रबुद्धजन शामिल थे।