बेनीपट्टी(मधुबनी)। नेपाल के तेज पानी एवं मधवापुर के साहरघाट में रविवार को बांध के टूटने से बेनीपट्टी की स्थिति खराब हो गयी है। तीन दर्जन से अधिक गांवों में पानी प्रवेश कर चुका है।लोग घर से बेघर होकर सड़कों पर कैंप लगा लिया है।गांव के मुख्य सड़कों पर तीन से चार फीट पानी का बहाव हो रहा है।अधवारा समूह की सभी सहायक नदी बौरा गयी है।नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गयी है।बेनीपट्टी के बर्री, रजघट्टा, सिरवारा, धनुषी, हथियरबा, विशे-लरुगामा, सिमरकोण, करहारा, बिरदीपुर, मेघवन, पाली, रजौन, बसैठ, चानपुरा, रानीपुर सहित कई गांवों में पानी प्रवेश कर गया है।पानी के तेज बहाव की स्थिति कमोवश है कि गांव में कई पक्का मकान पानी में जलमग्न हो गया है।बर्री पंचायत के लोगों का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क भंग हो गया है।वहीं बसैठ के डीकेबीएम पथ के पुल पर पानी का बहाव होने से साहरघाट का संपर्क भी भंग होने की आशंका तेज हो गयी है।चानपुरा कृषि केंद्र के समीप पानी सड़क का कटाव कर रही है।चानपुरा गांव का भी मुख्य पथ से संपर्क भंग हो गया है।प्रशासनिक अधिकारी सुबह से ही क्षेत्र का दौरा कर रहे है।उधर पानी का दबाव अधिक होने से रजौन में महराजी बांध के टूटने की सूचना मिल रही है।तो रानीपुर गांव के तटबंध पर भी पानी का तेज दबाव बना हुआ है।ग्रामीणों ने बताया कि गांव में तटबंध कभी भी टूट सकता है।उधर गांव में पानी वृद्धि होने के बावजूद प्रशासन की ओर से नाव की व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है।ग्रामीणों की माने तो प्रशासन की ओर से अभी तक कहीं भी राहत कैंप नहीं लगाया गया है।इस संबंध में अंचलाधिकारी पुरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि राहत कार्य चालू कर दिया गया है।नाव की व्यवस्था की जा रही है।पानी में फंसे लोगों को जल्द ही बाहर निकाल लिया जायेगा।उधर साहरघाट में तटबंध के टूटने से पांच पंचायतों में जलमग्न होने का खतरा बढ़ गया है।एसडीएम मुकेश रंजन लगातार साहरघाट में कैंप कर रहे है।पीड़ितों को कैंप में भोजन कराया जा रहा है।एसडीएम ने बताया कि प्रशासन आम लोगों के सहयोग से हर हाल में बाढ़ से निपट लेगी।