बेनीपट्टी(मधुबनी)। अनुमंडल मुख्यालय के मध्य विद्यालय में शुक्रवार को भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के आयुष चिकित्सक डा. नवीन कुमार एवं डा. रामनरेश कुमार ने बच्चों के उम्र के हिसाब से लंबाई, जन्म के समय का दोष,बच्चों में कमियां, बीमारियां, विकास में देरी एवं निःशक्तता, किशोर स्वास्थ्य के संबंध में जांच की गयी। डा. नवीन कुमार ने बताया कि बच्चों में होंठ एवं तालू की फांक में कटे होने, विकृत पैर रचना, जन्मजात मोतियाबिंद, जन्मजात बहरापन, हृदय रोग, गलगण्ड, मोटापा, विटामिन डी की कमी, दांत की अवस्था जैसी कई समस्याएं होती है।जिसका प्रारंभिक इलाज होना एंव ऐसे मरीजों को तुरंत पहचान होना आवश्यक है।ताकि सही समय पर ऐसे बीमारियों का इलाज हो सके।चिकित्सकों ने बताया कि जिन बच्चों का कैंप में सही इलाज संभव नहीं है, उसे पीएचसी अथवा मधुबनी सदर अस्पताल के लिए रेफर किया जायेगा।स्कूल के समनव्यक सुनील कुमार मिश्रा ने बताया कि अब तक स्कूल के 416 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण हो चुका है।वहीं श्री मिश्रा ने बताया कि स्वास्थ्य जांच 6 वर्ष के साथ 18 वर्ष के बच्चों की होगी।बीमारी जटिल होने पर रेफर किया जाता है।मौके पर एचएम रविंद्र झा सहित राधारमण साह, जीतेंद्र झा, विनय झा, मो. रिजवान सहित कई अन्य शिक्षक भी उपस्थित थे।