बेनीपट्टी(मधुबनी)। कन्हैया मिश्रा : कलयुग में भी मानव जाति अगर भागवत कथा का श्रवण करे तो सारा मानव जाति का कल्याण हो जाता है।भागवत कथा के श्रवण से मानव जाति सभी मोह माया के जालों से अलग हो जाता है।पाली गोठ के सिमराही टोल पर आयोजित सात दिवसीय भागवत कथा का पाठ करते हुए आचार्य वेदानंद शास्त्री ने उपस्थित श्रद्धालुओं को कहीं।आचार्य ने बताया कि कलयुग में पाप का पलड़ा अधिक भारी होता है।लेकिन मावन अगर पूरे तल्लीनता के साथ भागवत कथा के सभी अध्यायों का श्रवण कर ले तो कल्याण हो जाता है।भगवान श्री कृष्ण हर युग में आते रहे है।पाप का अहम कारण मानव जाति में लोभ व मोह माया का होना है।मानव अगर इससे अलग हो जाये तो मानव का कल्याण होना निश्चित है।वहीं आचार्य श्री शास्त्री ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण के मुख के कही गयी गीता में भगवान ने सभी बातों को बड़े ही शांति मुद्रा में कहीं है।जो आज भी लोग मानते है।लेकिन मात्र मानने से मानव का कल्याण तो नहीं हो जाता।इसके लिए गीता में लिखी गयी बातों पर अमल होना चाहिए।गीता में कहीं गयी बातों पर अमल कर मानव भवसागर का सुख प्राप्त कर सकता है।लेकिन मानव कुछ तृष्णा में भटक कर इस सब बातों पर ध्यान ही नहीं देता है।प्रखंड के पाली गोठ में गत 18 से 24 तक आयोजित भागवत कथा श्रवण को भारी संख्या में भक्तों की भींड जुट रही है।कथावाचन के लिए आयोजकों ने कोलकाता के आचार्य वेदानंद शास्त्री उर्फ आनन्द को बुलाये हुए है।भागवत कथा मे श्रद्धालुओं की सेवा के लिए आयोजक छेदी झा, रोहित झा, रामपरी देवी,धर्मनाथ झा, विनोद झा, देवेंद्र मंडल, सुनील झा ,संजय झा सहित कई ग्रामीण जुटे हुए है।