नेपाल के जनकपुर से विशेष रिपोर्ट:नेपाल की स्थिति अब भयावह हो चुकी है। मधेष आंदोलन के दौरान अब लगातार हो रहे पुलिस व आंदोलनकारी के बीच झड़प चिंता का विषय बनता जा रहा है। वहीं सोमवार को एक बार फिर जनकपुर स्थित राम चैक पर आंदोलकारी व पुलिस के बीच झड़प होने की सूचना मिली है। जहां पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए 4 राउंड फायरिंग, 7 आंसु गैस के गोले छोड़े। जिसमें एक बच्चे की पुलिस की पिटाई से मौत हो गई और नेपाली पत्रकार समेत करीब एक दर्जन से अधिक आंदोलकारी घायल हो गए। जिसका ईलाज जनकपुर स्थित अस्पताल में किया जा रहा है। सामाचार लिखे जाने तक मृत बच्चे का नाम नहीं बताया जा सका था, क्योंकि किसी व्यक्ति व पत्रकार को भी पुलिस चैकी में नहीं जाने दिया जा रहा था। जिस पर एक बार पुनः आंदोलकारी उग्र हो गए व लगातार पेट्रोल बम से पुलिस पर प्रहार किया जा रहा था। वहीं न्यूज कवरेज करने गए लोकल न्यूज चैनल के पत्रकार रामहृदय यादव, राकेश मिश्रा व रिक्की साह सहित तीनों पत्रकार पर पुलिस ने हमला करते हुए जमकर पिटाई कर दिया। जिसे मधेषी आंदोलनकारी द्वारा बचाया जा सका। बताते चले कि आंदोलकारियों से निबटने के लिए जानकी पुलिस चैकी में पुलिस अधिकारियों की बैठक चल रही थी। उस दौरान आंदोलकारियों ने चैकी पर पेट्रौल बम फेंका। जिस पर गुस्साए पुलिस बलों ने आंदोलकारियों को खदेड़ कर बुरी तरह पिटा। खासकर एक दर्जन आंदोलकारी को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है। उक्त बातों की जानकारी देते हुए आंदोलकारी रवि शर्मा ने बताया कि हम मधेषियों के आंदोलन को दबाने के लिए सरकार दमनात्मक कार्रवाई कर रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। आज हम मधेषियों से निबटने के लिए पुलिस एक गुप्त बैठक कर रही थी। जिसे हमने विफल बनाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने हम मधेषियों के साथ बर्बारतापूर्ण व्यवहार किया है। हम अपनी मांग पर पुरी तटस्था के साथ अडिग है।क्योंकि यह हमारे व हमारे बच्चे के भविष्य के हक की लड़ाई है। जिसे हम अपनी अंतिम सांस तक लेके रहेंगे। वहीं उन्होंने पत्रकार पर पुलिस द्वारा हमले किए जाने की निंदा करते हुए कहा है कि वो पत्रकार पर हमला करवा कर हमारी आंदोलन को दबाना चाह रहे है।भारत के पत्रकारों का हमारे आंदोलन में सराहनीय पहल रहा है। जिसके माध्यम से संयुक्त राष्ट्र तक हम अपनी बात को पहुंचा सकते है।