पटना।जीतन राम मांझी कुछ ही दिन पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए अपने आप को दलितों का नेता बताया था।एनडीए में मांझी के बयान के बाद तूफान खडा हो गया था।भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के हस्तक्षेप पर मामला थोडा ठंडा हुआ था।लेकिन आज एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में बोलते हुए रामविलास पासवान ने ,खूले मन से कहा कि जीतन राम मांझी दलितों के नेता है।वहीं उन्होंने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि महागठबंधन में शामिल दल कभी भी एक नहीं हो सकते है।उन्होंने खुद पर लगे परिवारवाद के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि मैरिट पर ही कोई आगे बढता है।कहा लालू का एक हाथ गर्दन पर तो एक हाथ पैर पर रहता है।उन्होंने कहा कि जब लालू को सीएम पद छोडना पडा था तो उन्होंने राबडी देवी को ही सीएम बना दिया।क्या उस समय राजद में कोई ओर नेता नहीं था?लालू पर हमला करते हुए कहा कि एमएलसी चुनाव में एक भी मुसलमान को टिकट नहीं दिया गया।अब राहुल गांधी बिहार आ रहे है,लेकिन वे लालू को अपने मंच पर नहीं आने देंगे।रामविलास पासवान ने कहा कि वे जिसके साथ रहते है उसकी जीत पक्की है।बीजेपी में लीडरशीप की कोई कमी नहीं है।