बेनीपट्टी (मधुबनी) बिकाश झा : पिछला कतेक मासक कोशिशक बाद आखिर में जनता परिवारक विलय भ गेल। एहि नव दलक नाम फिलहाल तय नहीं कैल गेल अछि,परन्तु एहि पार्टीक राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के बनौल गेल अछि। संगहि मुलायम सिंह यादव के एहि दलक संसदीय समिती के अध्यक्ष सेहो बनौल गेल अछि।एहि विलय में 6 दल समाजवादी पार्टी,जनता दल यूनाइटेड,राष्ट्रीय जनता दल,जनता दल सेक्यूलर,इंडियन नेश्नल लोकदल और सजपा शामिल भेल अछि।पार्टीक की नाम हो एहि के लेल एकटा समिति बनौल गेल अछि,शरद यादव,एचडी देवेगोड़ा,लालू यादव,ओम प्रकाश चौटाला,रामगोपाल यादव और कमल मुरारका के एकर सदस्य बनौल गेल अछि।ई सभ सदस्य मिलीकय नव पार्टीक नाम,झंडा, पार्टीक चुनाव चिन्ह आ पार्टीक रणनीति पर चर्चा करताह।लेकिन एहि सब के बीच जनता पार्टीक भविष्य उज्जवल होयत वा ग्रहण लागत इ आवै वला समय बतायत। ई विलय कोनो नव नहि अछि,एहि सs पहिले सेहो दु बेर सन 1977 आ 1989 में जनता परिवारक विलय भय चुकल अछि जे कारगर साबित नहिं भेल।
प्रबुद्द जन में फेर एकबेर जनता परिवारक भविष्य के लय कय चर्चा जोरशोर सS उठि गेल अछि। अगर पिछला रिकार्ड देखल जाय तs 1977 के आम चुनाव में जनता पार्टी के बहुमत भेटल छल। इमरजेंसीक आगि में जरल देशवासी ओहि साल अपन फैसला सुना देलक।पहिल बेर देश में गैर-कांग्रेसी सरकार बनल।लेकिन पार्टी के बहुमत भेटलाक बाद जनता पार्टी में गुटबाजी शुरु भय गेल,आ पार्टी में प्रधानमंत्री पदक तीन गोट दावेदार सामने आबि गेलाह।मोरारजी देसाई,चौधरी चरण सिंह आ बाबू जगजीवन राम। मोरारजी देसाई पर सहमति बनल।
परञ्च गुटबाजी के कारण मोरारजी देसाई के नेतृत्व में सरकार मात्र 18 महिना बादे बहुमत हासिल करबा में अक्षम रहल। एकर बाद कांग्रेसक समर्थन में चौधरी चरण सिंह सरकार बनौला,चारिये महिना बाद कांग्रेस अपन समर्थन वापस लय लेलक आ चरण सिंह के सरकार खसि पड़ल।पुन: जनवरी 1980 में ताजा चुनाव कराओल गेल जाहिमे जनता पार्टीक जबरदस्त हारि के सामना करय पड़ल।
एक बेर फेर केन्द्र में 1989 में गैर-कांग्रेसी सरकार बनल। पार्टीक नाम ‘जन मोर्चा’ राखल गेल। राजीव गांधीक प्रधानमंत्रित्व काल में विश्वनाथ प्रताप सिंह लग वित्त मंत्रालय औऱ रक्षा मंत्रालय छलन्हि। लेकिन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बोफोर्स कांड के विरोध कयलाक बाद मनमुटाव के कारणे हुनका मंत्रिमंडल सं इस्तीफा देमय परलैन्हि। वी पी सिंह अरुण नेहरु और आरिफ मोहम्मद खान संग ‘जन मोर्चाक’ गठन कयलाह,और 11 अक्टूबर 1988 कय जन मोर्चा,जनता पार्टी,लोकदल आ काग्रेस (एस) के विलय के बाद जनता दलक स्थापना भेल। किछुए समय के बाद द्रमुक,तेदेपा और अगप सहित कतोको क्षेत्रिय दल जनता दल में मिली गेल आ नेश्नल फ्रंट के स्थापना भेल। भारतीय जनता पार्टी, सीपीआई एम और सीपीआई के संग 1989 के चुनाव में नेश्नल फ्रंट चुनाव में उतरल। जाहि में पार्टी के जीत भेल आ फेर देश में एक बेर गैर-कांग्रेसी सरकार बनल लेकिन बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी के राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिदक मुद्दा पर शुरु कैल रथ यात्रा के संग आडवाणी के बिहारक तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव गिरफ्तार कयलाक बाद बीजेपी वी पी सिंह सरकार स अपन समर्थन वापस लय लेलक,और विश्वास मत में पराजय के बाद वी पी सिंह अपन पद स इस्तीफा दय देलाह।और सन 1990 में एक बेर फेर जनता परिवार टुटि गेल।ई तेसर बेर अछि जखन जनता परिवार फेर सs एकजूट भेल अछि। लेकिन एकर भविष्य कतेक दिनक होयत,जनता परिवारक कखनि धरि एकजूट रहत ई कहनाइ मुश्किल अछि।