BNN (दरभंगा) बिकाश झा : दरभंगा सं तेसर बेर सांसद बनवाक गौरव प्राप्त कय चुकल कीर्ति आजाद संसद भवन में आदि कवि बाबा विद्यापतिक प्रतिमाक स्थापना लेल वर्तमान केंद्र सरकार कें ज्ञापन देतथि। मिथिला मिरर कें सापदक ‘‘ललित नारयाण झा’’क संग सांसदक सरकारी आवास पर भेल
बातचीत में अहि बातक जानकारी सांसद कीर्ति आजाद देलनि।
पृथक मिथिला राज्यक मांग सहित मिथिला-मैथिलीक लेल
चलाओल जा रहल विभिन्न आंदोलन कें अपन समर्थन आ
सहयोग दय रहल कीर्ति आजा़द कहलनि जे संसद भवन में
प्रायः बहुत रास धार्मिक, दार्शनिक, देश भक्त सहित
कतेको गणमान्य विभूतिक प्रतिमा पहिने सं लगाओल जा चुकल
अछि एहन में आदि कवि बाबा विद्यापतिक प्रतिमा जौं संसद में
स्थापति होईत अछि त निश्चित रूप सं ई समस्त मैथिलक लेल
एकटा गौरवक बात होयत। सांसद द्वारा तैयार कैल गेल ज्ञापन
में विद्यापतिक हर प्रकारक रूप आ हुनक व्यक्तित्वक विषय में
लिखल गेल अछि। ज्ञापन में अहि बातक स्पष्ट उदाहरण
प्रस्तुत कैल गेल अछि कि बाबा विद्यापति सिर्फ
मैथिली कवि नहि अपितु हुनक रचना संस्कृत, बांग्ला सहित
अन्य-अन्य भाषा में अछि। बाबा प्रराक्रमक उदाहरण दैत
सांसद, केंद्र सरकार आ खास कय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कें
अहि बातक जानकारी देवाक कोशिश केने छथि कि बाबाक कृत सं
प्रसन्न भय स्वयं त्रिकालदर्शी हुनका ओहिठाम नौकर
बनि रहल छलथि।
कंेद्र में नरेंद्र मोदी सरकार बनलाक बाद सरकारक पहिल बजट
आ सोलहम लोकसभाक पहिल सत्र 7 जुलाई सं शुरू भय रहल
अछि आ ओहि सं पहिने दरभंगाक सांसद आ पूर्व अंतराष्ट्रीय
क्रिकेटर कीर्ति आजा़द संसद में अपन ज्ञापन सौंपतथि।
सांसद कहलनि जे हम पूरजोर कोशिश करब जे
अहि लोकसभा सत्रक दौरान हमर ज्ञापन पर विचार करैत
सरकार बाबा विद्यापतिक प्रतिमा कें प्रतिष्ठित रूप सं सस्माान
संसद भवन में जगह देवाक कार्य संपादित करैय। सांसद एक बेर
सं कहलनि जे हमर जे प्राईवेट बिल संसद में लागल
अछि जौं ओहि पर मौका भेटल त अवश्य मिथिला राज्यक मांग
उठायब। संगहि हम सरकार कें एकटा पत्र लिखबा जाहिक
माध्यम सं इ जनवाक कोशिश करब जे मिथिला राज्यक गठनक
विषय में सरकार कि सोचि रहल अछि ? कीर्ति आजा़द
कहलनि जे किछु मैथिल संस्था, मिथिला मिरर आ हमरा सब
मिल कय एकटा विज्ञानक बैसार करी जाहि में हम सब अपन
संस्कृति आ ओहिक छूपल गूढ़ रहस्यक पता चलि सकत आ
ओहिब बाद हम सब अपन आंदोलन के आओर बेसी प्रमुखताक
संग सरकार लग राखि सकब।
बातचीत में अहि बातक जानकारी सांसद कीर्ति आजाद देलनि।
पृथक मिथिला राज्यक मांग सहित मिथिला-मैथिलीक लेल
चलाओल जा रहल विभिन्न आंदोलन कें अपन समर्थन आ
सहयोग दय रहल कीर्ति आजा़द कहलनि जे संसद भवन में
प्रायः बहुत रास धार्मिक, दार्शनिक, देश भक्त सहित
कतेको गणमान्य विभूतिक प्रतिमा पहिने सं लगाओल जा चुकल
अछि एहन में आदि कवि बाबा विद्यापतिक प्रतिमा जौं संसद में
स्थापति होईत अछि त निश्चित रूप सं ई समस्त मैथिलक लेल
एकटा गौरवक बात होयत। सांसद द्वारा तैयार कैल गेल ज्ञापन
में विद्यापतिक हर प्रकारक रूप आ हुनक व्यक्तित्वक विषय में
लिखल गेल अछि। ज्ञापन में अहि बातक स्पष्ट उदाहरण
प्रस्तुत कैल गेल अछि कि बाबा विद्यापति सिर्फ
मैथिली कवि नहि अपितु हुनक रचना संस्कृत, बांग्ला सहित
अन्य-अन्य भाषा में अछि। बाबा प्रराक्रमक उदाहरण दैत
सांसद, केंद्र सरकार आ खास कय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कें
अहि बातक जानकारी देवाक कोशिश केने छथि कि बाबाक कृत सं
प्रसन्न भय स्वयं त्रिकालदर्शी हुनका ओहिठाम नौकर
बनि रहल छलथि।
कंेद्र में नरेंद्र मोदी सरकार बनलाक बाद सरकारक पहिल बजट
आ सोलहम लोकसभाक पहिल सत्र 7 जुलाई सं शुरू भय रहल
अछि आ ओहि सं पहिने दरभंगाक सांसद आ पूर्व अंतराष्ट्रीय
क्रिकेटर कीर्ति आजा़द संसद में अपन ज्ञापन सौंपतथि।
सांसद कहलनि जे हम पूरजोर कोशिश करब जे
अहि लोकसभा सत्रक दौरान हमर ज्ञापन पर विचार करैत
सरकार बाबा विद्यापतिक प्रतिमा कें प्रतिष्ठित रूप सं सस्माान
संसद भवन में जगह देवाक कार्य संपादित करैय। सांसद एक बेर
सं कहलनि जे हमर जे प्राईवेट बिल संसद में लागल
अछि जौं ओहि पर मौका भेटल त अवश्य मिथिला राज्यक मांग
उठायब। संगहि हम सरकार कें एकटा पत्र लिखबा जाहिक
माध्यम सं इ जनवाक कोशिश करब जे मिथिला राज्यक गठनक
विषय में सरकार कि सोचि रहल अछि ? कीर्ति आजा़द
कहलनि जे किछु मैथिल संस्था, मिथिला मिरर आ हमरा सब
मिल कय एकटा विज्ञानक बैसार करी जाहि में हम सब अपन
संस्कृति आ ओहिक छूपल गूढ़ रहस्यक पता चलि सकत आ
ओहिब बाद हम सब अपन आंदोलन के आओर बेसी प्रमुखताक
संग सरकार लग राखि सकब।