बेनीपट्टी(मधुबनी)। वैश्विक महामारी कोरोना संकट पर बिहार की नीतीश सरकार की पहल प्रशंसनीय है । बिहार सरकार के इस आपदा से बचाव के लिए किये जा रहे प्रयासों तथा प्रबंधन से विपक्षी दलों में बेचैनी होने लगी । यही कारण है कि अपनी राजनीतिक अस्तित्व बचाने के लिए इन दलों के नेताओं के द्वारा भ्रामक बयानबाज़ी की जा रही है जो पूरी तरह से निराधार तथा दुर्भावना से प्रेरित है । प्रदेश जदयू के वरिष्ठ नेता तथा अलीनगर दरभंगा के विधानसभा प्रभारी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा तथा बेनीपट्टी विधायक भावना झा के आरोपों को सिरे से खारिज कर करते हुए कहा कि लॉकडाऊन के इतने लंबे समय तक विरोधी दलों के द्वारा बयानबाज़ी के अलावे कुछ भी रचनात्मक सहयोग नही किया गया तथा जनता के बीच में ऐसे नेताओं की पोल खुल चुकी है । जदयू नेता ने बेनीपट्टी के कांग्रेस विधायक के बयानों पर तंज कसते हुए कहा है कि विधायक को बताना चाहिए इस आपदा में विधानसभा क्षेत्र के लिए उन्होंने ने क्या पहल किये । जदयू नेता ने राशन कार्ड के मुद्दे पर विधायक के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि कार्ड धारियों को राशन, बंचित परिवारों के लिए नये राशन कार्ड के लिए सरकार तथा प्रशासन पूरी तरह मुस्तैदी से काम कर रही है तथा कार्ड धारियों को राशन एवं आर्थिक सहायता भी मिलना शुरू हो चुका है । जदयू नेता ने नीतीश सरकार को बिहारबासियो के लिए हर परिस्थिति में संवेदनशील बताते हुए कहा कि स्पेशल तथा श्रमिक ट्रेनों से प्रवासियों की वापसी, प्रवासी मजदूरों के लिए मनरेगा के तहत रोजगार पंचायत स्तर पर कोरेनटाइन केन्द्र एवं बृहत स्तर पर जांच की व्यवस्था जैसे पहल इस बात का उदाहरण है कि विपक्षी दल केवल बयानो तक सीमित है जबकि नीतीश सरकार के पहल की सर्वत्र सराहना हो रही है।