बेनीपट्टी(मधुबनी)। प्रखंड क्षेत्र के पश्चिमी इलाके में फैले बाढ़ का पानी कम होते ही तबाही का नजारा दिखने लगा है। अधिकांश सड़के और कई लोगों का घर पानी घुस जाने के कारण क्षतिग्रस्त हो गई है। हालांकि नदियों में फिर से जलस्तर बढ़ने लगी है। जिसके कारण फिर लोगों की चिंता बढ़ने लगी है। बधार अब भी जलमग्न है, सिर्फ ग्रामीण इलाके में बाढ़ के पानी का प्रकोप कम हुआ है। मलहामोर से उच्चैठ जानेवाली मार्ग में डायवर्सन व सोइली घाट से गुलरिया टोल मार्ग, शिवनगर से माधोपुर जानेवाली मार्ग में डायवर्सन पर अब भी बाढ़ का पानी चल रहा है। वही चानपुरा पश्चिम से धनूषी, लडूगामा से भगवतीपुर, मकिया-वाणेश्वर स्थान-माधोपुर, समदा इस्लामियां से सोहरौल होते हुए उच्चैठ जानेवाली पथ क्षतिग्रस्त होने के कारण परिचालन ठप है। इधर, मध्य विद्यालय चानपुरा पश्चिम के समीप सड़क पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है, जिसके कारण सड़क फिर टूटने की आशंका बनी हुई है। जबकि भरारी चौक से उच्चैठ जानेवाली बाईपास सड़क में सड़क पर से तो बाढ़ का पानी उतर गया है, मगर सड़क क्षतिग्रस्त रहने के कारण लोगों को परेशानी होती है। लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे है। विभाग द्वारा मोटरेबुल के नाम पर खानापूरी कर तीनों स्थानों पर ईट का टूकड़ा डाल और जानलेवा बना दिया गया है। जिसके कारण कई लोग दुर्घटना के शिकार हो चुके है। जबकि रजघट्टा से बररी जानेवाली पथ पर भी बाढ़ का पानी अभी भी चढ़ा हुआ है। जिसके कारण लोग नाव से आवाजाही करने के लिए मजबूर बने हुए है। बर्री के रमेश मिश्र, चन्द्रमणि ठाकुर, पूर्व मुखिया विष्णुकांत झा, मो. हीरा ने बताया कि बाढ़ का पानी उतरने के बाद तबाही का मंजर अत्यधिक सामने आएगा। लोगों ने विभाग से तुरंत पथ को मोटरबुल कराने की मांग की।