बेनीपट्टी(मधुबनी)। मधवापुर थाना क्षेत्र के बिहारी गांव में पुलिस की गाड़ी रोककर पुलिस अधिकारियों व जवानों पर हमला करने व गिरफ्तार आरोपित को भगा ले जाने मामले में थाना के एएसआई विलट पासवान के लिखित आवेदन पर चार महिला सहित 19 नामजद एवं डेढ़ सौ अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्रथमिकी दर्ज की गयी है। इस बाबत थानाध्यक्ष को दिए आवेदन में वादी एएसआई पासवान ने कहा है कि शनिवार को पुलिस दल गश्ती पर निकले थे जहां कांड संख्या 67/19 एवं 69/19 के आरोपियों के बासुकी के तरफ आने की गुप्त सूचना मिली। इसके बाद पुलिस टीम सजग होकर आरोपियों के आने का इंतजार करने लगी। इसके बाद साहरघाट की तरफ से एक उजले रंग की गाड़ी वासुकी चौक पहुंची जिसे पुलिस के जवानों ने रुकने का इशारा किया। तभी गाड़ी से दो आदमी उतरकर भागने लगे लेकिन पकड़े गए। पूछताछ के दौरान दोनों की पहचान बासुकी बिहारी पंचायत के सरपंच इमरान शेख व तबरेज शेख के रूप में हुई जिसके बाद पुलिस टीम ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसी दौरान आरोपियों की गाड़ी का ड्राइवर कहीं फरार हो गया। इसके बाद गिरफ्तार आरोपितों को लेकर थाना लौटने के क्रम में पुलिस जिप्सी जैसे ही बिहारी बाजार के समीप पहुंची वहाँ आरोपित सरपंच के भाई अमजद द्वारा बीच सड़क पर एक वाहन लगाकर पुलिस का रास्ता रोक दिया गया। तभी उसके पीछे पारंपरिक हथियारों से लैस करीब सौ डेढ़ सौ की संख्या में रहे लोगों ने पुलिस पर हमला कर कानून हाथ में लेते हुए आरोपियों को जबरन पुलिस अभिरक्षा से आजाद करवा लिया। भीड़ ने पुलिस की गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। एसएसआई विलट पासवान ने आक्रोशित भीड़ में शामिल लोगों द्वारा उन्हें जातिसूचक गाली गलौंज व मारपीट करने व सशस्त्र बल के जवानों के हथियार छीनने का आरोप लगाया है। इधर ग्रामीण प्रत्यक्षदर्शी जब पुलिस बल को बचाने आगे आए तो सरपंच समर्थक पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दोनों गिरफ्तार आरोपित को साथ लेकर गांव की तरफ चले गए। इस बाबत प्रभारी थानाध्यक्ष उग्रसेन पासवान ने बताया कि एएसआई के आवेदन व घटना के ठीक बाद अंचल पुलिस निरीक्षक राजेश कुमार द्वारा घटनास्थल के दौरे के बाद प्रत्यक्षदर्शियों की पुष्टि के आधार पर 19 नामजद सहित डेढ़ सौ अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गयी है।