बेनीपट्टी(मधुबनी)। प्रखंड के पश्चिमी भूभाग में अवस्थित जमींदारी बांध के मरम्मती में किए जा रहे अनियमितता पर एसडीएम ने गंभीरता से लिया है। एसडीएम ने बेनीपट्टी अंचलाधिकारी को बांध का भौतिक सत्यापन कर बिंदूवार रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश दिया है। सीओ को दिए गए निर्देश में एसडीएम ने कहा कि पाली के उत्तरवारी टोल के ग्रामीण दसय सहनी समेत कई ग्रामीणों ने वार्ड न0-02 के समीप धौंस नदी है। जहां से आबादी की दूरी मात्र पंद्रह मीटर है। बांध के बगल में मरम्मती के नाम पर मिट्टी काट कर गहरा किया जा रहा है। एसडीएम ने सीओ को जांच कर आपदा अधिनियम के तहत कार्रवाई कर सूचना दिए जाने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि बाढ़ सुरक्षा के नाम पर मरम्मत कराए जा रहे बांध पर खुलेआम बालू युक्त मिट्टी डाली जा रही है। वहीं बांध के मजबूती के लिए दोनों किनारों की रोलिंग नहीं की जाने की स्थिति में बारिश का पहला पानी बांध पर पड़ते ही मिट्टी पुनः खेत में पलट जाएगी। सूत्रों की माने तो पूरा मरम्मत का खेल लूटखसोट के लिए किया जा रहा है। जिसमें पंचायत प्रतिनिधि व कुछ दबंग लोग संबेदक को खुलकर समर्थन कर रहे है। वहीं सूत्रों की माने तो संबेदक की ओर से भुगतान योग्य लाखों की राशि एक पंचायत प्रतिनिधि के खाते पर भेजी जा रही है। जिससे साफ है कि उक्त लूटखसोट में पंचायत प्रतिनिधियों का भी अहम योगदान है। जबकि जानकारी के अनुसार उक्त योजना करीब सवा तीन करोड़ की है। जिससे जमींदारी बांध के क्षतिग्रस्त प्वाईंट पर मिट्टी डालकर बांध को मजबूत करना है। परंतु संबेदक की ओर से कराई जा रही बांध की मरम्मती पर अभी से ही सवाल उठना प्रारंभ हो गया है। एसडीएम मुकेश रंजन ने बताया कि सभी बिंदूओं पर सीओ को जांच कर कार्रवाई का प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया गया है। रिपोर्ट प्राप्त होने पर वरीय अधिकारी को भी जानकारी देकर कार्रवाई कराई जाएगी।