बेनीपट्टी(मधुबनी)। बेनीपट्टी के हरलाखी प्रखंड के कमलापट्टी गांव के मध्य विद्यालय में व्याप्त अनियमितता के विरोध में शुक्रवार की सुबह काफी संख्या में स्कूली बच्चें व उनके अभिभावक विद्यालय परिसर में एकजुट होकर आगजनी व हंगामा शुरु कर दिया। हंगामे के कारण स्कूल में बच्चों की पढ़ाई बाधित हो गई। हंगामा करने वाले बच्चों व अभिभावकों का आरोप है कि विद्यालय में गुरुवार को एमडीएम के दाल में कीड़े मिलने का बाद शिकायत करने पर बच्चों को एक शिक्षक के पुत्र ने पीट दिया। जिससे स्थानीय अभिभावकों में आक्रोश बढ़ गया। शुक्रवार को सभी बच्चें व कुछ अभिभावक विद्यालय में टायर जलाकर सुबह 7 बजे से 10 बजे तक बवाल काटा। वहीं हंगामे की डर से विद्यालय की शिक्षिकाएं विद्यालय के एक कमरे में अंदर से गेट लगाकर छुप गई। स्कूल की छात्रा रूबी कुमारी, भारती कुमारी, आरती कुमारी, छात्र सुभाष कुमार दास, प्रमोद कुमार सहनी, कन्हैया कुमार दास सहित दर्जनों छात्र-छात्राओं ने बताया कि एमडीएम में काफी अनियमितता बरती जा रही है। शिकायत करने पर रसोइया व अन्य शिक्षक एवं शिक्षिकाएं बच्चों को डांट फटकार कर भगा देते हैं। इसके अलावा विद्यालय में शिक्षक बच्चों को पढ़ाने के बजाए वर्ग में मोबाइल चलाते रहते हैं। शिक्षिकाएं स्कूल में शिक्षा देने के बजाए घरेलू कार्य में व्यस्त रहती है। वहीं विद्यालय में हंगामा कर रहे बच्चों के अभिभावक रामप्रीत दास, प्रमोद मंडल, लाल बिहारी साह, रामसुंदर दास, रंजीत ठाकुर, संतोष राम सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि विद्यालय में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है। स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के बजाए बच्चों से चाय बनवाया जाता है। यहां के शिक्षकों ने विद्यालय को आरामगाह बना दिया है। हालांकि विद्यालय के एचएम मदन मंडल का कहना है कि मामला राजनीति से प्रेरित है। कुछ दबंग नेता बच्चों को उकसा कर राजनीति के तहत उन्हें फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। जबकि विद्यालय में पठन-पाठन सुचारू रूप से चलाया जा रहा है। एमडीएम गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रयास किया जा रहा है। मामला बिगड़ते देख बीईओ ने विद्यालय पहुंचकर हंगामा कर रहे सभी बच्चों व अभिभावकों से वार्ता कर जल्द समस्या को दूर करने का भरोसा दिलाया। बीईओ विजय चंद्र भगत ने बताया कि बच्चों व अभिभावकों की समस्या को कलमबद्ध किया गया है। विद्यालय में बेहतर शिक्षा व्यवस्था लागू करने के लिए एचएम को सभी तरह के निर्देश दे दिए गए हैं। यदि जल्द विद्यालय में व्याप्त अनिमितताओं को दूर नहीं किया गया तो कार्रवाई के लिए वरीय अधिकारी से अनुशंसा की जाएगी।