बेनीपट्टी(मधुबनी)। अनुमंडल के हरलाखी प्रखंड मुख्यालय उमगांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चहारदिवारी नहीं होने से मरीजों व चिकित्सकों को भारी परेशानी हो रही है। यह समस्या कई वर्षों से बनी हुई है। जबकि चहारदिवारी के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से विभाग को कई बार पत्र लिखकर अवगत भी कराया जा चुका है। लेकिन जब से अस्पताल बना है तब से आज तक कभी भी चहारदिवारी के निर्माण के लिए कोई पहल नहीं की गई है। गौरतलब है कि अस्पताल में चहारदिवारी नहीं रहने से मरीज से लेकर अस्पताल कर्मियों को भी असुरक्षा महसूस होती हैं। कई बार अस्पताल में जब कोई हंगामा हुआ है तब बाहरी असामाजिक तत्व अस्पताल में घुसकर उपद्रव मचाया है। जिससे अस्पताल कर्मियों को मरीजों की देखभाल करने में भी कई तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ता है। इसी समस्या के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए अस्पताल प्रभारी उमेश प्रसाद सिंह ने बताया कि यह समस्या अस्पताल निर्माण काल से ही बनी हुई है। अस्पताल में अपने स्तर से विभिन्न तरह के सुधार किए गए हैं। लेकिन अस्पताल में चहारदिवारी के लिए सीएस, विधायक, सांसद सहित कई संबंधित विभागीय पदाधिकारियों से गुहार लगाई गई है। लेकिन इस समस्या को दूर करने के लिए कहीं से कोई पहल नहीं की जा रही है। जिससे अस्पताल में सुरक्षा संबंधी समस्या उत्पन्न हो जाती है। विषम परिस्थियों में असामाजिक तत्व अस्पताल परिसर में घुसकर उपद्रव मचाने लगते हैं। आवारा पशु अस्पताल में घुस जाते हैं। जिससे मरीजों में खतरा बना रहता है। बताते दें कि उमगांव पीएचसी में हरलाखी प्रखंड के 17 पंचायत के लोग इलाज कराने आते हैं। जानकारी के मुताबिक प्रतिदिन करीब 2 सौ से अधिक मरीज अस्पताल आते हैं। अस्पताल में एक्सरे, जांच घर, प्रसव कक्ष, शिशु कक्ष, दंत विभाग, मुफ्त दवा केंद्र सहित कई तरह के सुविधा होने के बावजूद चहारदिवारी नहीं होने से अस्पताल विभाग के तरक्की पर ग्रहण लगा हुआ है। इस बाबत विधायक सुधांशु शेखर ने बताया कि अस्पताल की समस्या को लेकर स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर अवगत कराया जाएगा। वहीं मधुबनी सीएस डा. अमरनाथ झा ने दूरभाष पर बताया कि सभी अस्पताल की समस्या के संबंध में स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट सौंप दी गई है।