बेनीपट्टी(मधुबनी)। ग्रामीण कार्य विभाग के अधिकारियों के अड़ियल रवैये के कारण पाली एचएच-52 पथ से बिस्फी प्रखंड को जोड़ने वाली मुख्य पथ वर्षो से जर्जरता का शिकार बना हुआ है।सड़क की जर्जरता के कारण लोगों को आवाजाही में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।स्थानीय जिला पार्षद खुशबू कुमारी के द्वारा उक्त समस्या के निदान के लिए अनशन करने के बाद भी विभाग उक्त पथ का निर्माण नहीं करा पा रही है।जिससे स्थानीय लोगों में विभाग के प्रति आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है।जानकारी दें कि करीब 12 वर्ष पूर्व पाली चौक से बैंगरा कोठी तक का नाबार्ड योजना से सड़क का निर्माण कराया गया था।संबंधित विभाग के द्वारा पथ की मापी में की गयी चुक के कारण मापी में सड़क का एक किमी भाग छूट गया।जिसका निर्माण नहीं हो पाया।उक्त एक किमी पथ की स्थिति इतनी बद्तर हो चुकी है कि उक्त भाग में आदमी तो दूर जानवर भी चलने से परहेज करते देखे जा रहे है।वहीं उक्त पथ के मध्य विद्यालय गोठ में पुल की स्थिति भी पूर्णरुप से जर्जर हो चुकी है।उक्त पुल की महत्ता इसी से समझा जा सकती है कि पुल से रोजाना सैंकडो लोग बिस्फी सहित पड़ोसी जिला दरभंगा की यात्रा करते है।स्थानीय लोगों की माने तो पुल एवं पथ के ध्वस्त होने पर इस क्षेत्र के लोगों को सात किमी दूर पश्चिम बसैठ स्थित डीकेबीएम पथ होकर आवाजाही करनी होगी। स्थानीय बचनू मंडल, शिवशंकर झा नुनु, रौशन मिश्र, राजेंद्र मिश्र, अब्दुल खालिक सहित कई लोगों ने जिला प्रशासन से अविलंब उक्त पथ की निर्माण कराने की मांग की है। इस संबंध मे पूछे जाने पर ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता रामदयाल पासवान ने बताया कि पूर्व में हुए पथ निर्माण के संबंध में पहले जानकारी लेनी होगी,उपरांत ही पथ निर्माण अथवा मरम्मति के संबंध में कुछ किया जा सकता है।