बेनीपट्टी(मधुबनी)। कन्हैया मिश्रा : नीतीश कुमार की सरकार शराबबंदी कानून पर गंभीर नहीं है,सिर्फ ब्रांडिग करने के लिए शराबबंदी लागू कर दिया गया है।इस कानून में सरकार की सिर्फ तुगलकी फरमान दिख रहा है।पुलिस इस कानून का भय दिखाकर लोगों से पैसा ले रही है,उक्त बातें भाजपा विधान पार्षद विनोद नारायण झा ने बेनीपट्टी मे प्रेस वार्ता करते हुए कहा। विधान पार्षद श्री झा ने कहा कि बीजेपी सूबें में पूर्ण शराबबंदी के पक्षधर है,लेकिन इस कानून के आड़ में नीतीश कुमार अपनी तुगलकी फरमान लोगों को थोप रहे है,सवालिया लहजों मे पूछा की बलात्कार,हत्या व डकैती जैसे जघन्य कांडो में पूरे गांव पर सामूहिक जुर्माना व परिवार के सभी व्यस्क को जेल भेजने का प्रावधान नहीं है,क्या सरकार शराब को इस जघन्य कांडो से भी अधिक मान रही है।श्री झा ने कहा कि पुलिस शराबबंदी कानून लागू होने के बाद सिर्फ शराब पकड़ रही है,अपराधी बेखौफ घूम रहे है।पुलिस को अब अपराधियों से कोई मतलब नहीं रह गया है।वहीं श्री झा ने बिहार सरकार पर शराबबंदी पर गंभीर नहीं होने का आरोप लगाते हुए पूछा कि जब सूबें में पूर्ण शराबबंदी लागू है तो फिर कानून लागू होने के बाद कैसे 70 लोग शराब की भेंट चढ़ गये,जबकि 11 हजार से अधिक लोग जेल जा चुके है।सूबें में शराबबंदी का असफल बताते हुए कहा कि सरकार शराबबंदी के बाद अपराध मे कमी की बात कह रही है,लेकिन सरकार झूठ बोल रही है.श्री झा ने बताया कि पुलिस विभाग के आंकडों के अनुसार शराबबंदी के बाद सूबें में हत्या व लूट जैसे अपराध में इजाफा हुआ है।वहीं श्री झा ने पूछा कि क्या नीतीश कुमार अंग्रेजो को आदर्श मानते है जो अंग्रेजो का बनाया कानून सूबें में लागू कर दिया है।श्री झा ने कहा कि अंग्रेज आजादी की आवाज को दबाने के लिए 1942 में पूरे गांव पर सामूहिक जुर्माना का प्रावधान लाया था।प्रेस वार्ता के मौके पर विधान पार्षद के अलावे बीजेपी नेता प्रो.मदन कुमार कर्ण,बसंत ठाकुर,हीरा सिंह,चिरंजीव झा,अमरनाथ प्रसाद,लक्ष्मी सहनी,नवीन झा सहित कई बीजेपी नेता मौजूद थें।