बेनीपट्टी(मधुबनी)।कन्हैया मिश्रा:बेनीपट्टी थाना का चर्चित चानपुरा के गूंगी हत्याकांड का पटाक्षेप करने के लिए बेनीपट्टी पुलिस सोमवार को कोर्ट जायेगी।सूत्रों के हवाले से आ रही खबरों के अनुसार पुलिस अधिकारी कोर्ट में आरोपी का डीएनए टेस्ट कराने की अनुमति के लिए प्रार्थना पत्र देगी।ताकि गूंगी के गर्भ में रहे शिशु का डीएनए मिलान किया जा सके।बेनीपट्टी थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार मिश्रा ने बताया कि डीएनए टेस्ट कांड का उद्भेदन में अहम हो गया है।जानकारी दें कि चानपुरा के महेंद्र मांझी ने गांव के ही राजेंद्र कामत पर गत 28 दिसंबर की रात रामसकल मांझी की गूंगी बेटी को सरकारी लाभ दिलाने के नाम पर यौन शोषण कर गर्भवती कर देने का आरोप लगाते हुए थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी।वादी के अनुसार आरोपी ने गूंगी को गर्भपात की दवा पिलाकर मार देने के बाद धौंस नदी के सदहिया घाट पर दफन करने का भी आरोप लगाया था।मीडिया में आयी खबरों के बाद पुलिस प्रशासन घटना के करीब 18 दिनों के बाद उक्त स्थल से शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था।इस बीच वादी एवम् मृत युवती के माता-पिता के द्वारा तरह-तरह के बयान दिये गये।वादी ने जहां प्राथमिकी दर्ज कराने से भी इंकार कर दिया,वहीं युवती के माता-पिता लडकी को ठंड से मृत्यु होने की बात कहते रहे।गत 15 जनवरी को हुए पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद घटना ने नाटकीय मोड ले लिया।पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मृतका छः माह की गर्भवती थी।उसका यूट्रस के फटने से निकले अधिक खून के कारण मौत होना बताया गया।जिसके बाद पुलिस की जांच का कोण बदल गया।घटना के कई दिन गुजर जाने के बाद भी एक सवाल जो आज भी लोगों के जेहन से नहीं जा रहा है वो ये है कि आखिर किस दबाव के कारण पुलिस मामले की लीपापोती करने का प्रयास कर रही थी? आखिर लडकी के परिजन किस दबाव में आकर अपना बयान सही ढंग से पुलिस को नहीं दे पा रहे थे।