नई दिल्ली।भाजपा की मुसीबत थमने का नाम ही नहीं ले रही है।व्यांपम घोटाला, महाराष्ट्र का कथित पंकजा मुंडे का मामला हो या ललित मोदी खुलासा। विपक्ष लगातार सत्ता पक्ष पर हल्ला कर रही है,तब केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह का किसानों के आत्महत्या पर दिये गये बयान की चैंतरफा निंदा होने लगी है।राज्यसभा में किसानों के आत्महत्या से जुडे मामले पर जबाव देते हुए मंत्री ने बयान दिया कि देश का किसान प्रेम-प्रसंग व नपुंसकता की वजह से आत्महत्या कर रहे है।मंत्री ने अपने लिखित जवाब में कहा कि इस साल अभी तक 1400 किसानों ने आत्महत्या की है। नेशनल क्राइम रिकार्डस ब्यूरो के अनुसार किसानों के खुदकुशी की वजह उनकी पारिवारिक समस्या,बीमारी,दवाई,दहेज,प्रेम प्रसंग व नपुंसकता है।जिसके कारण किसान आत्महत्या कर रहे है।कृषि मंत्री के बयान के बाद विपक्ष को बैठे बिठाये एक ओर मुद्दा हाथ लग गया।राहुल गांधी ने पीएम मोदी से कहा कि पीएम को किसानों के घर जाकर समस्या देखनी चाहिए।वहीं कांग्रेस के ही राज बब्बर ने कहा कि कोई भी दल भाजपा की तरह असंवेदनशील मानसिकता का नहीं हो सकता है।जदयू के केसी त्यागी ने कहा कि हमलोग बयान को गंभीरता सेे ले रहे है।हम इस पर नोटिस देंगे।अपनी बयान पर सफाई देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वे तो सिर्फ हमने तो सिर्फ नेशनल क्राइम रिकार्डस के आकंडे व विवरण दे रहे थे।