बेनीपट्टी (मधुबनी)। प्रखंड के स्कूलों मेंं व्याप्त गड़बड़ियों के कारण शिक्षा-व्यवस्था चौपट होती जा रही है। स्कूल में मुलरुप से एमडीएम संचालन तक ही विद्यालय में शैक्षणिक वातावरण बनाया जा रहा है। जिसके कारण छात्र असमय ही घर लौट जाने के लिए विवश है। अधिकारियों के द्वारा दोपहर के बाद अब तक स्कूल का निरीक्षण नहीं किए जाने के कारण ये परंपरा चरम पर पहुंच गयी है। प्रखंड के समदा पंचायत के धनौजा स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय का हाल भी कुछ ऐसा ही है। जहां वर्ग आठ की छात्रा मध्याह्ण भोजन के बाद पढ़ाई नहीं होने की शिकायत करती नजर आई। छात्रा ने बताया कि अधिकांश समय टिफिन के बाद पढ़ाई नहीं होती है। वहीं विद्यालय में शिक्षा विभाग के नियम के खिलाफ नियमित शिक्षिका होने के बावजूद नियमित शिक्षिका को प्रभारी की कुर्सी थमा दी गयी है। हालांकि नियमित शिक्षिका स्वास्थ्य कारणों से भी प्रभारी नहीं बनने की बात कही। परंतु, नियम को ताक पर रख दिया गया है। वहीं स्कूल के निरीक्षण के समय विभागीय निर्धारित समय से काफी पूर्व ही मध्याह्ण भोजन बच्चों के बीच प्रारंभ कर दिया गया था। इस संबंध में पूछे जाने पर प्रभारी एचएम उषा कुमारी ने बताया कि दिन बड़ा होने के कारण बच्चों को सबेरे भूख लग जाती है। जिसके कारण सबेरे मध्याह्ण भोजन वितरण करा दिया गया है। स्कूल में स्वच्छता अभियान के नाम की धज्जियां उड़ाई गयी थी। हर ओर कचरों का अंबार लगा हुआ था। गौरतलब है कि स्कूल बेनीपट्टी-मधवापुर के मुख्य पथ के किनारे ही संचालित है। जहां फिलहाल 187 छात्र-छात्राएं नामांकित है। जिन्हें शिक्षा देने के लिए प्रभारी समेत चार शिक्षक तैनात किये गये है। बावजूद स्कूल में शैक्षणिक माहौल कायम नहीं हो रहा है। वर्ग आठवीं की छात्रा से पटना में कौन नदी के संबंध में पूछा गया तो छात्रा ने जवाब तक नहीं दिया। जिससे स्कूल के शैक्षणिक स्तर का अंदाजा लगाना सहज है। इस संबंध में पूछे जाने पर एसडीएम मुकेश रंजन ने बताया कि बच्चों को शिक्षा देने में कोताही बरतने पर कार्रवाई की जाएगी। ऐसे विद्यालयों का निरीक्षण करा कर कार्रवाई तय की जाएगी।


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