बेनीपट्टी(मधुबनी)।कन्हैया मिश्रा:मधवापुर थाना क्षेत्र के बलवा गांव में सोमवार को अजीबोगरीब महापंचायत का फैसला आया है।गांव के दुर्गा मंदिर परिसर में आयोजित महापंचायत ने चोरी के कथित आरोपों को झेल रहे रामजी यादव के पुत्र जीबछ यादव को सपरिवार गांव से निकल जाने का आदेश दिया गया है।गांव में रहने की स्थिति में पंचायत के समक्ष पांच लाख की राशि जमा करने का भी तुगलकी फरमान सुनाया गया है।वहीं इस सबसे दूर मधवापुर की पुलिस महापंचायत होने की जानकारी से भी इंकार किया है।मधवापुर के एसएचओ अशोक कुमार ने बताया कि ऐसी कोई पंचायत का फैसला होने की जानकारी उनके पास नहीं है।
मामला दसअसल गांव में हो रही छोटी-छोटी चोरी की घटनाओं से शुरु हुई है।पंचायत से गवाह बने सरपंच बीरेंद्र कुमार सहनी बताते है कि जीबछ यादव का पुरा परिवार चोरी की घटनाओं में शामिल रहता है,जिसके कारण गांव का माहौल खराब हो रहा है।सरपंच ने बताया कि आरोपी का एक पुत्र गत 30 जनवरी को साहरघाट क्षेत्र में चोरी करते हुए पकडा गया,जो फिलहाल जेल में है.वहीं उसकी मां सोनावती देवी रविवार की देर रात गांव के ही रामएकबाल यादव के पुआल के ढेर में आग लगाते हुए रंगेहाथ पकडा गया।वहीं ग्रामीणों ने बताया कि आरोपी पूर्व में दुर्गापट्टी गांव में रहता था.जहां चोरी करने के आरोप में ही गांव से निकाल दिया गया था।वहीं पीडित परिवार ने बताया कि मंदिर में पंचायत का एक तरफा फरमान सुना दिया गया है.गरीब परिवार पर पंचायत ने गांव में रहने पर पांच लाख की राशि जमा करने नही तो गांव से चले जाने का फरमान सुनाया गया है।अब सवाल है कि क्या महापंचायत हरियाणा,राजस्थान व यूपी के खाप पंचायत के फैसले की तरह लोगों पर अपनी मनमाना फैसला सुनाता रहेगा,या फिर कानून का राज स्थापित होगा।अब देखना है कि पीडित परिवार के प्रति सरकार व स्थानीय पुलिस क्या सहारा देती है।