पटना।क्राईम ब्यूरो: मंत्रियो,विधायकों,सांसदों व अधिकारियों को फोन पर रंगदारी मांगने वाला कोई अपराधी या कोई डाॅन नहीं,बल्कि बच्चों को पढाने वाला एक सरकारी स्कूल का नियोजित शिक्षक निकला।शिक्षक निरंजन कुमार भगत अपने दो सहयोगियों के साथ मिलकर अपने विपक्षियों को मजा चखाने के लिए उसके नाम से सिम कार्ड हासिल कर वीआइपी को फोन कर रंगदारी मांगता था।शिक्षक किसी तरह अपने विरोधियों को फंसाना चाहते थे।पुलिस मुख्यालय ने रंगदारी प्रकरण का खुलासा करते हुए कहा कि कांड में शामिल दो अन्य असगर अली व संतोष कुमार को मुख्य आरोपी निरंजन कुमार भगत के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है।उसके पास से तीन मोबाईल व 17 सिम कार्ड बरामद किया गया है।वहीं उसके पास से मंत्री,सांसद व अन्य वीआइपी का नंबर बरामद किया गया है।अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) सुनील कुमार ने बताया कि उक्त लोगों ने ही मंत्री  बीमा भारती,पूर्व मंत्री वृषिण पटेल,विधायक नीरज कुमार बब्लू सहित कई अधिकारियों को फोन कर रंगदारी की मांग की थी।जिसके आलोक में पटना में कुल आठ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी।वहीं एडीजी ने बताया कि रंगदारी गिरोह के पर्दाफास करने पर मधेपुरा एसपी आशीष भारती व उनके टीम को पुरस्कृत किया जायेगा।


आप भी अपने गांव की समस्या घटना से जुड़ी खबरें हमें 8677954500 पर भेज सकते हैं... BNN न्यूज़ के व्हाट्स एप्प ग्रुप Join करें - Click Here




Previous Post Next Post