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बेनीपट्टी(मधुबनी)। महमदपुर में वर्चस्व की लड़ाई थी। इस कांड में दोषी चाहे कोई भी हो, उसका कोई जाति-धर्म नहीं है। पुलिस इसकी निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाये, ताकि, अमन चैन के लिए प्रसिद्ध क्षेत्र में अपराधी पनप न सके।


इसके लिए पुलिस प्रशासन को ही आगे आना होगा। लेकिन, कुछ निर्दोष लोगों को भी फंसाया गया है। जिसकी भी जांच को पुलिस को ऐसे लोगों को राहत देना चाहिए। ये बातें रविवार को परशुराम सेवा संघ सह राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष जीतेन्द्र मिश्रा ने कही। उन्होंने कहा कि इस कांड में वयोवृद्ध लोगों का भी नाम है।



एक महिला का भी नाम दिया गया है। पुलिस इस सबकी जांच करें। वहीं उन्होंने प्रशासन पर कुर्की-जब्ती के नाम पर तोड़फोड़ किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जो आरोपी फरार है, उसका कुर्की होना चाहिए, लेकिन उस कुर्की के आड़ में उसके दूसरे रिश्तेदारों के घर को भी तोड़ देना, क्या ये न्यायसंगत है।


निर्दोष लोगों को कुछ न हो, इसके लिए महासंघ तत्पर रहेगा। लेकिन, जो भी दोषी है, उन्हें कठोर सजा मिले, ये भी प्रयास होगा। वहीं उन्होंने इस कांड को राजपूत बनाम ब्राह्मण करने पर राजनीतिक दल व कुछ संस्थाओं की आलोचना की। उन्होंने कहा कि प्राथमिकी में कई जाति के लोगों का नाम है। बावजूद, जातीय संघर्ष बनाने का प्रयास किया गया। बता दे कि महासभा के सदस्य गैवीपुर पहुंच कर लोगों से बात कर घटना के संबंध में जानकारी ली। मौके पर विपिन कुमार झा, मुन्ना चमन, दिनेश झा, आनंद ठाकुर, आशुतोष दूबे, रौशन झा आदि मौजूद थे।


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