बेनीपट्टी(मधुबनी)। अधवारा समूह के धौंस नदी का सुरक्षा दिवाल के क्षतिग्रस्त होने से दर्जनों गांव के लोग अभी से ही खौफजदा हो रहे है। प्रखंड के करहारा पंचायत के सोहरौल गांव स्थित धौंस नदी के प्रोटेक्सन वॉल के ध्वस्त हो जाने से गांव के लोग संभावित बाढ़ के जलप्रलय के सोच से ही सिहर रहे है। गांव के लोगों का कहना है कि अगर धौंस नदी के किनारे पर अगर क्षतिग्रस्त प्रोटेक्सन वॉल की मरम्मति नहीं की गई तो आगामी बाढ़ में दस से पंद्रह गांव बाढ की त्रासदी में बर्बाद हो जाएगा। गांव के वजूद पर खतरा मंडरा जाएगा। पंचायत समिति सदस्य सदरे आलम ने बताया कि वर्ष-2018 में मनरेगा योजना से प्रोटेक्सन वॉल (सुरक्षा दिवाल) का निर्माण करीब दस लाख के लागत से कराई गई, लेकिन, बाढ़ के पानी में काफी तीव्रता होने के कारण दिवाल आधा से क्षतिग्रस्त होकर बह गया। पंचायत समिति ने बताया कि गांव के सुरक्षा के लिए उनके द्वारा जिलाधिकारी को आवेदन देकर स्थिति की पूरी जानकारी दी गई है। पंचायत समिति की माने तो पूरे बांध पर करीब तीन से चार जगहों पर खतरनाक ढंग से कटाव हुआ है। जिसकी मरम्मति होना अतिआवश्यक है। वहीं पूर्व सरपंच ने बताया कि इस कटाव से करीब दस से पंद्रह गांव प्रभावित होगा। प्र्रशासन को बाढ़ पूर्व तैयारी के तहत इस जगह पर प्रोटेक्सन वॉल देना चाहिए। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि अभी मिट्टी की कोई किल्ल्त नहीं है। अगले दो महीने के बाद मानसून आते ही मिट्टी की समस्या होगी। उस स्थिति में न तो बांध पर मिट्टी ही दी जा सकेगी, न ही प्रोटेक्सन वॉल का निर्माण हो सकेगा। गौरतलब है कि प्रखंड के करहारा पंचायत चारों तरफ से अधवारा समूह के नदियों से घिरा हुआ है। हर बाढ़ में इस पंचायत की स्थिति काफी खराब हो जाती है। खासकर, सोहरौल व डीह टोल की आवाजाही भी पूरी तरह से प्रभावित हो जाती है। गांव के लोगों को तीन से चार महीने नाव की यात्रा मजबूरी बन जाती है। इस संबंध में पूछे जाने पर बीडीओ मनोज कुमार ने बताया कि स्थानीय लोगों से जानकारी लेकर वरीय अधिकारी को इस समस्या के संबंध में अवगत कराया जाएगा।