बेनीपट्टी(मधुबनी)। स्कूल में उपस्थित छात्रों को शिक्षा देना मेरा कार्य है। घर से बच्चों को लाना मेरा दायित्व नहीं है। छात्र पढ़ना ही नहीं चाहते है तो फिर कैसे पढ़ा दूं। प्रखंड के नागदह गांव में संचालित प्राथमिक मकतब के प्रभारी एचएम मो. नसीर से जब स्कूल के शैक्षणिक काल में एक भी छात्र उपस्थित नहीं होने के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बेवाक अंदाज में जवाब देते हुए कहा। प्रखंड के नागदह गांव में संचालित मकतब से अक्सर छात्रों के अनुपस्थिति की शिकायत पर शनिवार को स्कूल परिसर में जायजा के लिए पहुंचा, तो शिकायत सौ फीसदी सच साबित हुई। स्कूल में वेतन कार्य के लिए कागजी खानापूर्ति में जुटे शिक्षक हड़बड़ा गए। पूछने पर बेवाक बोलते हुए कहा कि गांव में जलसा कार्यक्रम होने के कारण सभी छात्र देर रात तक जलसा में शामिल थे। जिस कारण एक भी छात्र उपस्थित नहीं है। वहीं एचएम ने बताया कि शिक्षक स्कूल आए छात्रों को शिक्षा देंगे, नहीं आने वालों छात्रों का बुलाने नहीं जाएंगे। बता दें कि नौ बजे तक स्कूल में एक भी छात्र के नहीं उपस्थित होने के बावजूद प्रभारी के द्वारा न तो मिड डे मील की पंजी को शुन्य किया गया था, न ही छात्रों की उपस्थिति पंजी को शुन्य किया गया था। पूछने पर बताया कि स्कूल से जाने के वक्त पंजी को संधारित किया जाएगा। सूत्रों की माने तो इसी विशेष पंजी संधारित करने में भारी अनियमितता की जाती है। जानकारों ने बताया कि स्कूल की स्थिति लगभग अन्य दिनों में भी ऐसी ही रहती है। गौरतलब है कि नागदह के अल्पसंख्यक मुहल्लें में संचालित प्राथमिक मकतब में करीब एक सौ पांच छात्र नामांकित है। जिसमें शनिवार को एक भी छात्र उपस्थित नहीं थे। एचएम ने जहां जलसा के कारण छात्र के नहीं आने की शिकायत की, वहीं स्कूल के छात्र स्कूल के सामने ग्रामीण पथ पर खेलते हुए पाए गए। जिससे साफ है कि शिक्षक सिर्फ अपने हित के लिए स्कूल आते है, न की देश के भविष्य छात्रों को पढ़ाने के लिए। जानकारी दें कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मीना कुमारी के द्वारा लगातार शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। लेकिन, अधिकारी के प्रयास को शिक्षक विफल करने में लगे हुए है।


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