बेनीपट्टी(मधुबनी)। हरलाखी में फर्जी तरीके से बहाल शिक्षकों पर कार्रवाई को लेकर एमएसयू के राष्ट्रीय सचिव राघवेन्द्र रमण ने बुद्धवार को मधुबनी डीएम से मिलकर आवेदन दिया है। हरलाखी में 27 से अधिक फर्जी तरीके से नियुक्त शिक्षकों पर कार्रवाई के लिए लगातार पिछले एक साल से एमएसयू संघर्ष कर रही है। करीब 6 माह पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी ने हरलाखी बीइओ को फर्जी शिक्षकों के वेतन पर रोक लगाकर मामले में कार्रवाई का आदेश भी दिया था। जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने तीन सदस्यीय टीम गठित कर मामले की पूरी जांच कर 22 दिन में निष्पादन का भरोसा भी दिलाया है। एमएसयू के अनुसार हरलाखी प्रखंड में 27 से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति फर्जी तरीके से की गई है। हालांकि इस मामले में छह माह पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी के आदेश पर हरलाखी बीइओ ने मामले जांच शुरू कर दी थी। वहीं एमएसयू ने आरोप लगाया है कि बीइओ मामले को दबा रहे हैं। क्योंकि वे भी फर्जी शिक्षक नियोजन के अहम सूत्रधार हैं। फर्जी शिक्षक नियोजन में स्थानीय बीइओ व डीईओ पर मिलीभगत का आरोप भी लगाया गया है। एमएसयू के राष्ट्रीय सचिव राघवेन्द्र रमण ने बताया कि हरलाखी में पहले से 27 फर्जी शिक्षकों की पूरी लिस्ट सार्वजनिक है। उसके बावजूद गत वर्ष नवम्बर माह में हरलाखी बीइओ की देखरेख में पिपरौन पंचायत में 4 शिक्षकों की फर्जी तरीके से नियुक्ति की गई। बाद में मामला बढ़ता देख बीइओ के द्वारा कहा कि शिक्षकों को विद्यालय से निकाल दिया गया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।